आगरा: केंद्र सरकार ने भले ही किसानों के लिए राहत का पिटारा खोला है लेकिन किसानों की स्थिति जस की तस है। बुधवार को आगरा में कर्ज में डूबे एक किसान ने आत्महत्या कर ली। घटना थाना अछनेरा के गांव महुअर की है।
आत्महत्या का कारण
-आगरा से चालीस किमी दूर गांव महुअर का रहने वाला कलुआ (26 वर्ष) छोटा किसान था।
-पिता की हत्या के बाद से घर की जिम्मेदारी उसी पर थी।
-पिता की हत्या के बाद कलुवा को एक बीघा जमीन मिला था।
-शादी के बाद किसी तरह परिवार का भरण-पोषण कर रहा था।
फसल से टूट चुका था
-पिछले साल ओले से फसल को भारी नुकसान हुआ था।
-इसके बाद वो कर्ज में डूबता चला गया।
-उसने एक बीघा जमीन का सौदा किया लेकिन साहूकार सौदे के नौ लाख रुपए नहीं दे रहा था।
-जमीन बिकने की बात उसने घर पर भी नहीं बताई थी।
सभी जमीन पड़ी थी गिरवी
-कर्ज में डूबे किसान ने खेत में पेड़ से फंदा लगाकर की आत्महत्या।
-पिछले दो सालों से खेती में हो रहे नुकसान से था परेशान।
-किसान ने अपनी सभी जमीन गिरवी रख दी थी।
-गिरवी जमीन के कारण उसकी हालत बदतर हो गई थी।
-कर्ज से मुक्ति का कोई चारा ना देख उसने आत्महत्या का रास्ता चुना।
-पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मौके पर पहुंचे एसडीएम एके सिंह ने बताया की मृतक कर्ज में डूबा था। इस वजह से उसने जमीन बेची थी। पैसे नहीं मिलने से परेशान था। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।