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हैदराबादः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने पीएसएलवी सी-34 रॉकेट के जरिए एक साथ 20 सैटेलाइट अंतरिक्ष में लॉन्च किया है। चेन्नई से 80 किमी दूर श्रीहरिकोटा से पहली बार एक साथ 20 सैटेलाइट को लॉन्च कर भारत ने इतिहास रच दिया हैै। इन सैटेलाइटों में धरती की निगरानी करने वाला सैटेलाइट कारटोसैट-2 भी है। अमेरिका के 13 उपग्रह कनाडा, जर्मनी, इंडोनेशिया जैसे देशों के 4 सैटेलाइट शामिल हैं। पीएम मोदी ने इसरो को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर वैज्ञानिकों को बधाई दी है।
As a common citizen, was totally immersed in happiness to see our youngsters excelling & taking so much interest in science.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 22, 2016
20 satellites in a go! @isro continues to break new barriers. Hearty congratulations to our scientists on the monumental accomplishment. — Narendra Modi (@narendramodi) June 22, 2016
Over the years we developed expertise & capability to help other nations in their space initiatives. This is the skill of our scientists.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 22, 2016
Our space programme has time and again shown the transformative potential of science & technology in people's lives. — Narendra Modi (@narendramodi) June 22, 2016
डिफेंस मिनिस्टर ने भी ट्वीट कर दी बधाई
Today’s 35th consecutive successful launch of PSLV made a history by putting 20 satellites in orbit from a single launch vehicle.
— Manohar Parrikar (@manoharparrikar) June 22, 2016
My congratulations to all @isro scientists and their team who made India proud.
— Manohar Parrikar (@manoharparrikar) June 22, 2016
लॉन्च की खास बातें
-320 टन वजनी पीएसएलवी की 34वीं उड़ान है।
-इससे कनाडा, अमेरिका, इंडोनेशिया, जर्मनी के सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेजे गए।
-सबसे बड़ा सैटेलाइट 727.5 किग्रा का कार्टोसैट-2 है।
-ये सैटेलाइट सब मीटर रेजोल्यूशन में तस्वीरें खींच सकता है।
-भारतीय छात्रों के बनाए सैटेलाइट सत्यभामासैट और स्वयं भी स्पेस में जाएंगे।
गूगल का सैटेलाइट भी लॉन्च
-पीएसएलवी सी-34 से अमेरिका में बने 13 छोटे सैटेलाइट लॉन्च किए गए हैं।
-इनमें गूगल के मालिकाना हक वाली कंपनी टेरा बेला का सैटेलाइट भी शामिल है।
-गूगल का सैटेलाइट 110 किग्रा वजन का है और धरती की तस्वीरें खींचेगा।
-इस सैटेलाइट से सब मीटर रेजोल्यूशन फोटो और हाई डेफिनिशन वीडियो बनाया जा सकता है।
बनता और टूटता रहा है रिकॉर्ड
-इसरो ने इससे पहले साल 2008 में सबसे ज्यादा सैटेलाइट भेजने का रिकॉर्ड बनाया था।
-उस वक्त पीएसएलवी से एक सात 10 सैटेलाइटों को स्पेस में भेजा गया ता।
-साल 2013 में अमेरिकी मिनोटॉर-1 रॉकेट ने 29 सैटेलाइट ले जाकर नया रिकॉर्ड बनाया।
-2014 में रूस के डीएनईपीआर रॉकेट ने 33 सैटेलाइट लॉन्च कर नया रिकॉर्ड बना दिया।
आगे की स्लाइड में देखिए, 20 सैटेलाइट्स लॉन्च का VIDEO...
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