RAJ KUMAR
लखनऊ: शामली के कैराना और कांधला कस्बे से एक विशेष समुदाय के लोगों के पलायन करने की खबरों ने प्रदेश की सियासत को गर्मा दिया है। लेकिन कैराना का सच हैरान करने वाला है। कांधला के जिस 'बिकाऊ मकान' की तस्वीरें बुधवार को देश भर के अखबारों में छी और सोशल मीडिया पर वायरल हुई उसी का मालिक इससे इनकार कर रहा है। उसने डीएम से शिकायत कर कहा है कि उसका मकान बिकाऊ नहीं है।
मेरे मकान पर किसी ने काली स्याही से लिखा 'मकान बिकाऊ है'
मकान के ओनर का कहना है कि उन्होंने अपने मकान पर यह नहीं लिखा 'मकान बिकाऊ है' बल्कि दूसरे लोगों ने काली स्याही से इस पर लिखा है कि मकान बिकाऊ है और मिलीभगत कर यह फोटो प्रकाशित करवाया गया है।
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कस्बे का माहौल खराब करने की हो रही कोशिश
उनका कहना है कि उनका या उनके परिवार का कभी भी किसी प्रकार का काई शोषण नहीं हुआ है। न ही हम लोग किसी प्रकार के भय से वहां से आए हैं। ये सब घटनाक्रम कस्बे का माहौल खराब करने वाले कुछ छोटी मानसिकता के लोग षड़यंत्र रच कर कर रहे हैं। उन लोगों ने ही मेरे मकान पर काली स्याही से लिखा है 'मकान बिकाऊ है'।
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सुबह अखबार में देखा तो पता चला कि यह मेरे मकान की फोटो है
पेशे से अधिवक्ता मकान के मालिक का कहना है जब उन्होंने सुबह समाचार पत्र देखा, तब उन्हें पता चला कि कांधला से पलायन की खबरों के साथ उनके मकान की फोटो लगी है और फिर उन्होंने तुरंत डीएम शामली से इसकी शिकायत की।
क्या कहता हैं अधिकारी
जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी है। मामले की जांच कराई जा रही है।