कैलेंडर विवाद पर BJP की सफाई, कलराज बोले- कोई नहीं ले सकता बापू की जगह
बीजेपी को सरकार और पीएम मोदी के बचाव में सफाई देने के लिए आगे आना पड़ा। केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने कहा कि 12 महीने के कैलेंडर में केवल एक पेज पर ही नरेंद्र मोदी का चित्र है। उन्होंने कहा कि इसका यह अर्थ नहीं है कि नरेंद्र मोदी ने बापू की जगह ले ली है।
नई दिल्ली: खादी ग्राम उद्योग आयोग के नये कैलेंडर पर महात्मा गांधी की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चित्र पर विवाद जारी है। आयोग के कर्मचारियों ने इसके विरोध में गुरुवार को मुंबई के विले पार्ले मुख्यालय पर प्रदर्शन किया, तो बीजेपी ने विवाद को खत्म करने के लिए कहा है कि गांधी की जगह कोई नहीं ले सकता।
इससे पहले महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी ने कहा था 'वक्त आ गया है कि बापू अब खादी विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन को राम-राम कह दें।' तुषार गांधी का कहना है कि 'यूं भी खादी विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन ने खादी और बापू दोनों की विरासत को कमजोर करके रख ही दिया है। मोदी को चाहिए कि वो इस कमीशन को निरस्त कर दें।'
बीजेपी की सफाई
-केवीआईसी यानी खादी ग्राम उद्योग आयोग के 2017 के कैलेंडर और टेबल डायरी से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का चित्र गायब होने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
-नये कैलेंडर में महात्मा गांधी की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चरखा चलाते हुए दिखाया गया है।
-विवाद होने के बाद शुक्रवार को खुद बीजेपी को सरकार और पीएम मोदी के बचाव में सफाई देने के लिए आगे आना पड़ा।
-केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने कहा कि 12 महीने के कैलेंडर में केवल एक पेज पर ही नरेंद्र मोदी का चित्र है।
-उन्होंने कहा कि इसका यह अर्थ नहीं है कि नरेंद्र मोदी ने बापू की जगह ले ली है।
मोदी के चित्र का विरोध
-हालांकि, खादी ग्राम उद्योग आयोग ने मोदी का चित्र छापने का बचाव करते हुए कहा कि कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि कैलेंडर पर महात्मा गांधी का ही चित्र छपे।
-आयोग के चेयरमैन वीके सक्सेना ने कहा कि गांधी को नजरअंदाज नहीं किया गया है। बल्कि मोदी खादी के दूत हैं और उन्होंने इसे विदेशों तक में लोकप्रिय बनाया है।
-लेकिन खादी ग्राम उद्योग आयोग के कर्मचारियों ने गुरुवार को मुख्यालय पर शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया और लंच के समय मुंह पर काली पट्टी बांधी।
-दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गांधी की जगह मोदी का फोटो छापे जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की है।
-केजरीवाल ने कहा कि गांधी बनने के लिए वर्षों की तपस्या होनी चाहिए। केवल चरखा चलाने की एक्टिंग करने से कोई गांधी नहीं बन जाता।