आगराः बीती 2 जून को मथुरा के जवाहर बाग में हुई हिंसा के मुख्य आरोपी रामवृक्ष यादव की पत्नी कलावती इस मामले की सीबीआई जांच चाहती है। उसने इस बारे में इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखा है। वहीं, रामवृक्ष की बेटी ने पिता की मौत की तस्दीक के लिए डीएनए टेस्ट कराने और केंद्र सरकार से सुरक्षा देने की अपील की है।
कलावती ने क्या गुहार लगाई?
-इलाहाबाद हाईकोर्ट में सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका पर सुनवाई हो रही है।
-18 जुलाई को यूपी सरकार कोर्ट में इस बारे में जवाब देने वाली है।
-रामवृक्ष की पत्नी कलावती ने इससे पहले चीफ जस्टिस को 10 पेज की अर्जी भेजी है।
-इस अर्जी में 2 जून के पूरे घटनाक्रम की सीबीआई जांच कराने की गुहार लगाई गई है।
-कलावती ने कहा है कि उसकी आर्थिक हालत खराब है और इस वजह से याचिका दाखिल नहीं कर सकती।
पत्र में और क्या कहा गया है?
-पत्र में कलावती ने कहा है कि रामवृक्ष ने जवाहर बाग में किसी पेड़ को क्षति नहीं पहुंचाई।
-उसने दावा किया है कि मथुरा के तत्कालीन डीएम और एसएसपी ने अंधाधुंध गोलीबारी कराके 500-600 लोगों की जान ले ली।
-जवाहर बाग से 12 लाख की नकदी, 100 लैपटॉप, सोने-चांदी के जेवर और कैंटीन में रखा 4 लाख का अनाज गायब होने का जिक्र किया है।
-पति के हमशक्ल से पूछताछ और रामवृक्ष के जिंदा-मुर्दा होने पर शक पैदा करने की बात कही है।
-जवाहर बाग से राख में से हड्डियां उठवाकर अज्ञात जगह ठिकाने लगाने की बात भी की है।
न्यायिक जांच आयोग पर भी सवाल उठाया
-रामवृक्ष की पत्नी ने यूपी के न्यायिक जांच आयोग पर भी सवाल उठाया है।
-जांच आयोग के अध्यक्ष को सरकार का खास बताया है।
-पत्र में कहा गया है कि जांच आयोग के सचिव मथुरा में जिला जज रह चुके हैं, उनकी पत्नी आगरा में अपर आयुक्त हैं।
-ऐसे में निष्पक्ष जांच न होने का शक कलावती ने जताया है।
जवाहर बाग में क्या हुआ था?
-बीती 2 जून को मथुरा के जवाहर बाग को खाली कराने पुलिस पहुंची थी।
-इस पर वहां कब्जा किए रामवृक्ष और उसके साथियों ने जबरदस्त हिंसा की थी।
-तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और फरह थाने के एसओ संतोष यादव की मौत हो गई थी।
-इसके अलावा रामवृक्ष और उसके करीब 25 साथियों के भी हिंसा में मरने की बात पुलिस ने कही थी।