गेस्ट हाउस कांड के बाद पहली बार माया-मुलायम साथ, मोदी पर मिलाए सुर में सुर
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक दूसरे के धुर विरोधी और 36 का आंकड़ा रखने वाले दो पार्टियों के मुखिया ने पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए पहली बार एक सुर में सुर मिलाए हैं। दरअसल गुरुवार को मुलायम और मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस कर पीएम मोदी द्वारा 500 और 1000 के पुराने नोट बंद करने के मुद्दे पर जमकर हमला बोला है।;
लखनऊ: 'तू जो मेरे सुर में सुर मिला ले, संग गा ले तो ज़िंदगी हो जाए सफ़ल ' गीतकार रविंद्र जैन का ये गाना यूपी की राजनीति में आज सार्थक होता दिखा। दरअसल चर्चित गेस्ट हाउस कांड के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक दूसरे के धुर विरोधी और 36 का आंकड़ा रखने वाले दो पार्टियों के मुखिया ने पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए पहली बार एक सुर में सुर मिलाए हैं। गुरुवार को मुलायम और मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस कर पीएम मोदी द्वारा 500 और 1000 के पुराने नोट बंद करने के मुद्दे पर जमकर हमला बोला है। पहले मायावती ने कहा कि पीएम मोदी ने ब्लैक मनी पर सर्जिकल स्ट्राइक करके देश में अघोषित आर्थिक इमरजेंसी लगा दी। इसके कुछ समय बाद ही मुलायम ने प्रेस कांफ्रेंस कर मायावती के इस बयान पर प्रतिक्रया देते हुए कहा कि ये बात सही है कि पीएम मोदी ने बिना इमरजेंसी लगाए ही देश में आर्थिक इमरजेंसी लगा दी है।
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गेस्ट हाउस कांड
2 जून 1995 को गेस्ट हाउस कांड हुआ था, जब बसपा के विधायकों को समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने पीट दिया था। बसपा प्रमुख मायावती के साथ भी गलत व्यवहार किया गया और उन पर हमला हुआ। मायावती को बीजेपी के विधायक ब्रहमदत्त दि्ववेदी ने बचाया था। इस कांड ने यूपी की राजनीति को बदल दिया। कहा जाता है कि राजनीति में कोई स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता, लेकिन इस घटना के बाद सपा और बसपा में दुश्मनी स्थाई हो गई।
मायावती क्यों थी निशाने पर
साल 1993 में सपा-बीएसपी के बीच चुनावी समझौता हुआ था। चुनाव में इस गठबंधन की जीत हुई थी। इसके बाद मुलायम सिंह यादव यूपी के सीएम बने। फिर आपसी मनमुटाव की वजह से 2 जून, 1995 को बीएसपी ने सरकार से समर्थन वापसी की घोषणा कर दी। बीएसपी की ओर से इस घोषणा के वक्त मायावती, मीराबाई मार्ग स्थित गेस्ट हाउस में ठहरी हुई थीं। समर्थन वापस लेने के कारण मुलायम सिंह की सरकार अल्पमत में आ गई। नाराज सपा कार्यकर्ताओं और विधायकों ने स्टेट गेस्ट हाउस पर हमला बोल दिया था।
मुलायम ने क्या कहा?
-पीएम मोदी ने देश में अविश्वास पैदा किया है। जनता को परेशान करने के लिए नोट बंद किए गए।
-ब्लैक मनी को लेकर बीजेपी ने झूठ बोला है। कालाधन देश में वापस लाने का वादा पूरा नहीं किया।
-नोट बंद होने से सोने के दाम बहुत बढ़ गए। 30 से 45 हजार रुपए तोला सोना हो गया।
-नोट बंद होने से एक महिला को ऐसा सदमा लगा कि उसकी मौत हो गई।
-आम जनता को जरुरत का सामान नहीं मिल रहा है। देश की पूरी जनता परेशान है।
-लोगों को दवाइयां नहीं मिल रही हैं। बीजेपी यूपी में चुनाव देख रही है, लेकिन जनता की तरफ ध्यान नहीं दे रही।
-नोट बंद होने से कई लड़कियों की शादियां रुक गई हैं।
-अचानक नोट बंद होने से शादी वाले परिवार सदमें में आ गए।
-पीएम मोदी ने देश में अविश्वास पैदा किया है। जनता को परेशान करने के लिए नोट बंद किए गए।
-इससे देश में बेरोजगारी बढ़ेगी। हम संसद में नोट बंद होने का विरोध करेंगे।
-नोट बंद होने से देश मुसीबत में है। जनता को समझ नहीं आ रहा है क्या करें और क्या ना करें।
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क्या बोलीं मायावती
-बीएसपी बॉस मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि पीएम मोदी की नीयत साफ नहीं है।
-यूपी में चुनाव को देखते हुए पीएम मोदी ने यह फैसला जल्दबाजी में लिया है।
-आखिर क्यों मोदी सरकार को ढाई साल बाद काले धन की याद क्यों आई।
-बीजेपी ने ढाई साल में अगले 100 साल के लिए अपना सारा बंदोबस्त कर लिया है।
-मोदी के फैसला लेते ही कालाबाजारी और बढ़ गई है।
-पीएम मोदी खुद को बैकवर्ड क्लास का बताते हैं
-सच यह है कि वह अपर कास्ट से आते हैं।
-सिर्फ अपने समाज को फायदा पहुंचाने के लिए वह पिछड़ी जाति में आए हैं।
मोदी ने धन्नासेठों को बहुत लाभ पहुंचाया
-ढाई साल मे मोदी ने धन्नासेठों को बहुत लाभ पहुंचाया है।
-बीजेपी ने सारा कालाधन विदेश भेज दिया है।
-पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए इस सरकार ने योजनाएं चलाईं।
-बीजेपी ने विजय माल्या और ललित मोदी को देश के बाहर भेज दिया।
-बड़े-बड़े धन्नासेठों का बीजेपी ने कर्जा माफ किया।
-पीएम खुद को चाय बेचने वाला, गरीब इंसान बताते हैं।
-लेकिन उन्होंने कभी झुग्गी-झोपड़ियों के लोगों का दर्द नहीं समझा।
-गुजरात का सीएम रहते हुए मोदी ने अपने समाज को फायदा पहुंचाया।
-मोदी ने गरीब बच्चो के भविष्य के बारे में नहीं सोचा।
देश में भूकंप जैसे हालात
-मायावती ने कहा कि मोदी के नोटबंदी के ऐलान के बाद लोग रात को घरों से ऐसे बाहर निकले जैसे देश में भूकंप आ गया हो।
-नोट बंद होने के एलान के बाद दुकानें बंद हो गईं।
-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक लोग परेशान हो गए।
-इससे देश की जनता को बहुत तकलीफ पहुंची है।
-तकलीफ पहुंचाकर बीजेपी अब आत्मसंतोष कर रही है।
-100 दिन में कालाधन लाने का वादा मोदी ने पूरा नहीं कर पाए।
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मुलायम सिंह का 78 वां जन्मदिवस 22 को
यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री औए जनेश्वर मिश्र संस्थान के उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने एक प्रेस नोट में बताया है कि समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव का 78 वां जन्मदिवस समारोहपूर्वक 22 नवंबर 2016 को मनाया जाएगा। खास बात यह है कि मुख्य समारोह संस्थान के कार्यालय 10, बी. कालिदास मार्ग, लखनऊ में होगा। ना कि पार्टी कार्यालय में।
सीएम ने दिए निर्देश
इसी प्रेस नोट में बतौर सीएम और संस्थान के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेशभर के जिलाध्यक्षों से अपील की है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में नेताजी के जन्मदिवस पर गोष्ठियों एवं सभाओं का आयोजन कर समाजवादी पार्टी की नीतियों और उद्देश्यों का भरपूर प्रचार-प्रसार करें।
पिक्चर अभी बाकी है
गौरतलब है कि अब तक सपा के सभी कार्यक्रम या तो नियत स्थान पर होते थे या फिर पार्टी मुख्यालय पर।
ऐसे में पार्टी मुख्यालय के अलावा नेताजी का जन्मदिन संस्थान में मनाने के फैसले ने ना सिर्फ रार को एक बार फिर सामने ला दिया, बल्कि सपा में सत्ता के एक नए केंंद्र के तौर पर भी स्थापित कर दिया है। यानी पिक्चर अभी बाकी है।
अगर आप बैंक में जा रहे पैसे डिपाजिट करने तो हो जाएं सावधान, लगेगा भारी जुर्माना
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सावधान ! 2.5 लाख से ज्यादा जमा करने पर देना होगा टैक्स और 200% जुर्माना
केंद्र सरकार ने बैंक से पुराने 500 और 1000 के नोट बदलने को लेकर बड़ी घोषणा की है। नोट बदलने के लिए सरकार ने 50 दिन का समय दिया है। इसमे 2.5 लाख से ज्यादा के नोट को बदलने पर घोषित आय से मिलाया जाएगा। घोषित आय से अगर जमा की राशि नहीं मिली तो टैक्स और 200 परसेंट तक जुर्माना लगेगा। राजस्व सचिव हसमुख अढ़िया के मुताबिक, 10 नवंबर से 30 दिसंबर तक के बीच जमा किए जाने वाले सभी पैसों की रिपोर्ट्स मिलती रहेगी।
हर अकाउंट में 2.5 लाख से ज्यादा पैसा जमा करने पर जमा की गई राशि को आयकर रिटर्न से मिलान किया जाएगा और उसके बाद सही एक्शन लिया जाएगा। घोषित आय से किसी भी प्रकार के असंतुलन को टैक्स के चोरी से जोड़ कर देखा जाएगा। इनकम टैक्स एक्ट 270 (A) के तहत कर योग्य आय पर टैक्स के साथ 200 परसेंट का जुर्माना लिया जाएगा।
शनिवार और रविवार को खुले रहेंगे बैंक
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि जनता की सहूलियत के लिए सभी बैंक शनिवार, 12 नवंबर और रविवार, 13 नवंबर को भी खुले रहेंगे। दरअसल आरबीआई ने यह विशेष व्यवस्था उन पुराने नोटों को बदलने के लिए की है जो फिलहाल लोगों के पास है और वो इसको लेकर परेशान हो रहे हैं। गौरतलब है कि मंगलवार को पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में 500 और 1000 के नोट पर बैन का ऐलान किया था।
बयान के मुताबिक बैंकों को कहा गया है कि वह अन्य कार्य दिवसों की तरह ही शनिवार और रविवार को भी पूरे ड्यूटी आवर्स में काम करें। इसके अलावा उन्हें सभी तरह के ट्रांजैक्शंस को चालू रखने के लिए कहा गया है। आरबीआई के चीफ जनरल मैनेजर राजिंदर कुमार के मुताबिक आम लोगों की बैंकिंग लेनदेन की जरूरत को देखते हुए इस हफ्ते के शनिवार और रविवार को भी बैंक खुले रहेंगे। इसके साथ ही सरकार ने ऐलान किया है कि घोषित आय से ज्यादा पैसा जमा करने पर 200 फ़ीसदी जुर्माना लगेगा। वहीं कुछ बैंकों ने अपने वर्किंग आवर भी बढ़ा दिए हैं।
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