UP में सपा को इस मामले में फूटी आंख नहीं भाती कांग्रेस, 2027 चुनाव में दोनों पार्टियों में टकराव तय

UP Election 2027: यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सांसद सपा धर्मेंद्र यादव का बयान आया है। जिसमें वो कांग्रेस को उसकी जगह बता रहे हैं।;

Written By :  Sakshi Singh
Update:2025-02-22 17:31 IST
तस्वीर में राहुल गांधी और अखिलेश यादव

UP Election 2027: उत्तर प्रदेश में चुनाव को लेकर सपा की अगली चाल क्या चलेगी। इसके लेकर आलाकमान बाद में सामने आते हैं, उससे पहले पार्टी के नेता पिच और माहौल दोनों तैयार कर देते हैं। उनकी बयानबाजी और भाषण बाजी से पार्टी की मंशा को उजागर होने लगती है। यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सांसद सपा धर्मेंद्र यादव का बयान आया है। जिसमें वो कांग्रेस को उसकी जगह बता रहे हैं।

सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा "2027 का चुनाव केंद्र का नहीं उत्तर प्रदेश का चुनाव है। इसका नेतृत्व सिर्फ और सिर्फ अखिलेश यादव को करना है। कांग्रेस के लोग हमारे सहयोगी हैं। मुझे उम्मीद है कि जैसे शानदार गठबंधन हमारा लोकसभा चुनाव में चला वैसे ही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी चलेगा।"

सपाइयों के इस तरह के बयान से ये तो तय है कि समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में अकेली की बादशाहत चाहती है। लोकसभा चुनाव में तो जैसे-तैसे कांग्रेस और सपा एक साथ आ गए थे, लेकिन सपा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ सीट नहीं बांटना चाहती। हालांकि ये सपा की ही मंशा नहीं दूसरे राज्य में कांग्रेस भी यही खेल खेलती है।

MP चुनाव के दौरान अखिलेश यादव का देख लेने वाला बयान

साल 2023 के आखिरी में मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भी सपा के साथ यही खेल खेला था। यूपी से सटे मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में सपा की अच्छी पकड़ है। उन क्षेत्रों में सपा चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस इस पर राजी नहीं हुआ। जिसके बाद अखिलेश यादव ने नाराजगी भी जताई थी और यूपी चुनाव में देख लेने की बात कही थी। हालांकि इसके बाद आम चुनाव 2024 में दोनों INDIA यानी इंडिया गठबंधन के बैनर तले दोनों पार्टियों में सीट शेयरिंग हुई थी।

आम चुनाव में सपा- कांग्रेस का परफॉर्मेंस

आम चुनाव में यूपी में 80 सीटों में से सपा 62 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। जबकि कांग्रेस 17 साटों पर वहीं प्रयागराज से लगे भदोही क्षेत्र से टीएमसी के टिकट पर लतिकेश त्रिपाठी ने चुनाव लड़ा था। हालांकि इस चुनाव में सपा 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं 6 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी।

यहां फंसेगा पेंच

कांग्रेस राजनीति में वापसी करना चाहती है। 2014 आम चुनाव के बाद से कोंग्रेस की वोट प्रतिशत काफी गिर गया था। लेकिन साल 2022 से कांग्रेस की वोट प्रतिशत का ग्राफ बढ़ा है।2014 की अपेक्षा कांग्रेस की वोट प्रतिशतता में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में माना जा रहा है कांग्रेस उत्तर प्रदेश को तो खाली नहीं बैठेगी। वहीं सपा भी मध्य प्रदेश का उत्तर प्रदेश में जरूर लेना चाहेगी। भाजपा को अकेले ही टक्कर देने उतरेगी। 2022 विधानसभा चुनाव में भी सपा अकेले चुनाव लड़ी थी और 2017 के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन भी रहा। अबकी अखिलेश यादव राजतिलक के ही मूड में चुनाव मैदान में उतरना चाहेंगे। वो ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाना चाहेंगे जिससे उन्हें नुकसान पहुंचे।

रही बात यूपी में कांग्रेस और सपा की जोड़ी की बात तो ये दोनों पार्टियां विधानसभा चुनाव में यहां हिट नहीं रहे है। अखिलेश यादव और राहुल गांधी की जोड़ी को जनता 2017 चुनाव में पहले भी नकार चुकी है। इसलिए 2027 चुनाव में सपा कांग्रेस के साथ आने से बचना चाहेगी। सीट शेयरिंग में कांग्रेस को हिस्सा नहीं बनाएगी। ऐसे में ये तय माना जाना रहा है कि यूपी विधानसभा चुनाव 2027 में कांग्रेस और सपा में टकराव निश्चित है।

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