नई दिल्लीः मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर शनिवार को दिल्ली के इंडिया गेट पर सरकार की ओर से विकास पर्व का मेगा शो हुआ। 'एक नई सुबह' नाम के इस शो में पीएम मोदी ने अपनी सरकार की दो साल की उपलब्धियां गिनाईं। कांग्रेस का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि देश को जिन्होंने लूटा, वे ही इस सरकार को पसंद नहीं करते। मोदी ने ये भी साफ कर दिया कि भ्रष्टाचार के पुराने मामलों में शामिल लोगों को अपनी करनी का फल भुगतना होगा।
'देश को लूटने वाले हमें पसंद नहीं करते'
-जिन लोगों ने देश को लूटा, वे इस सरकार को पसंद नहीं करते।
-15 दिन में दो बातें स्पष्ट देखीं हैं, सरकार के कामकाज पर चर्चा हो रही है।
-पता चलता है कि जहां के लिए चले थे वहां पहुंचे कि नहीं पहुंचे।
-मुद्दों के आधार पर सरकार का मूल्यांकन होना चाहिए।
-पहले क्या होता था और अब क्या हो रहा है? 2 साल पहले मीडिया में भ्रष्टाचार की ही खबरें होती थीं।
-मैंने करप्शन के खिलाफ सतर्क तरीके से कदम उठाए। पहले जो पैदा भी नहीं हुआ, उसे पेंशन मिल जाती थी। 15000 करोड़ रुपया हमने बचाया।
-लोग पूछते हैं इतना विरोध क्यों होता है। 36000 करोड़ रुपए का लीकेज थम गया तो विरोध होगा ही।
-पहले 9 और 12 सिलिंडर पर चर्चा होती थी, गैस के एक कनेक्शन के लिए लोग परेशान होते थे। 3 करोड़ परिवारों को नए रसोई गैस कनेक्शन दे दिए और अगले 3 सालों में और 5 करोड़ परिवारों को कनेक्शन दिए जाएंगे।
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पीएम मोदी ने और क्या कहा?
-कोई ऐसा काम ये सरकार नहीं करेगी, जिससे देश में निराशा का माहौल बने।
-देश ने हम पर जो भरोसा किया है, उसे किसी कीमत पर टूटने नहीं देंगे।
-जिन्होंने अभी तक खाया, वे चाहे किसी पार्टी के हों, उन्हें करनी का फल भुगतना होगा।
-सरकार के हर काम की बारीकी से समीक्षा हो रही है, मैं संतुष्ट हूं कि काफी कुछ हासिल किया है।
बिग ने दिया खास संदेश
इससे पहले, बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने देश को एक खास संदेश दिया। उन्होंने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान पर अपने विचार सबके साथ बांटे। अमिताभ ने कहा कि हमारा देश वह देश है, जिसकी संस्कृति संसार की सबसे पुरानी संस्कृति में से है। जब मनुष्य असभ्य और जंगली था तो हमारे देश की संस्कृति भव्य रूप में थी। इकबाल ने लिखा था,''रोम, मिस्र मिट गए जहां से, लेकिन अब भी बाकी है नामो-निशां हमारा। कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी, सदियों रहा दुश्मन दौरे जहां हमारा।''
-बेटे-बेटी के बीच न करें भेदभाव
-हमारी संस्कृति में स्त्री को पूज्नीय स्थान दिया गया है। जहां नारी की पूजा की जाती है, वहीं देवताओं का वास होता है।
-जितने बेटों का जन्म हो, उतनी ही बेटियां इस दुनिया में आने दी जाएं। उन्हें बेटों के बराबर ही पाला-पोसा और पढ़ाया जाए।
-इस सोच को बढ़ावा दे कि बेटी की रक्षा करने के लिए परिवार को अपनी पूरी ताकत झोंक देनी चाहिए।
-'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' नारे का उद्देश्य बेटे और बेटी के बीच भेदभाव न किया जाए।
-दोनों की परिवार की सम्पदा समझते हुए उन्हें विकास के समान अवसर प्रदान किए जाएं।
-देश की आधी आबादी को अवांछित समझकर पीछे न ढकेला जाए।
कई हस्तियों ने की शिरकत
-प्रोग्राम में सरकार के मंत्री और कई फिल्मी हस्तियों ने भी शिरकत की।
-केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू, वित्त मंत्री अरुण जेटली भी, उमा भारती, मेनका गांधी, बाबुल सुप्रियो और राज्यवर्धन सिंह राठौर समेत सभी मंत्री भी प्रोग्राम में नजर आए।
पिछले साल भी मनाया था जश्न
साल 2015 में मोदी सरकार ने एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर 'साल एक, शुरुआत अनेक' नाम से जश्न मनाया था। इस साल उसके मुकाबले जश्न की तैयारी को और बड़ा स्वरूप दिया गया।
महिलाओं को देना होगा कौशल
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, पहले युवाओं को नौकरी की तलाश में परेशान होना पड़ता था। आज सरकार उन्हें कौशल भी दे रही है और रोजगार भी। फडणवीस ने कहा, अगर अर्थव्यवस्था को मजबूती देनी है तो महिलाओं को कौशल देना होगा और यह सरकार वही कर रही है।
राजीव प्रताप रूडी ने कहा, हमारे देश में कोई भी कौशल के बारे में बात नहीं करता था। पिछले 66 साल में पीएम मोदी पहले शख्स हैं जिन्होंने इस बड़े मुद्दे को बड़ी ही कुशलता के साथ उठाया और संभव बनाया है।
शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी स्टेज पर पहुंची। उन्होंने कहा, इस सरकार की कोशिशों से देश में स्किल एजुकेशन को बढ़ावा मिला है।