हज नीति: ट्रिपल तलाक के बाद मुस्लिम महिलाओं को अब हज की आजादी

Update: 2017-10-07 23:46 GMT

नई दिल्ली: तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मिली राहत के बाद केंद्र की मोदी सरकार मुस्लिम महिलाओं को एक और तोहफा देने जा रही है। नई हज नीति के तहत मुस्लिम महिलाएं अब बिना किसी मेहरम यानि 'जिसके साथ खून का रिश्ता हो', के भी हज यात्रा पर जा सकेंगी।

नई नीति के तहत मोदी सरकार हज सब्सिडी के खत्म होने के बाद गरीब मुसलमानों को हज यात्रा का सस्ता विकल्प देने पर भी विचार कर रही है। इस संबंध में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, कि 'नई नीति के तहत हज यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।' बता दें, कि इसी साल सरकार ने पूर्व आइएएस अधिकारी अफजल अमानुल्ला की अध्यक्षता में नई हज नीति पर सुझाव देने के लिए समिति बनाई थी, जिसने अपनी रिपोर्ट दे दी है।

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नहीं जा सकती थीं खून के रिश्ते के बिना

नई नीति में खास बात ये है कि पहली बार मुस्लिम महिलाओं को स्वतंत्र रूप से हज यात्रा करने की सुविधा दी गई है। इसके पहले कोई भी महिला अपने खून के रिश्ते वाले रिश्तेदार के बिना हज पर नहीं जा सकती थीं। मुस्लिम महिलाओं के लिए यह बड़ा बंधन था।

अब, नया नियम ये

नई नीति के तहत 45 साल की उम्र पार चुकी चार या उससे अधिक मुस्लिम महिलाएं एक साथ हज यात्रा पर जा सकती हैं। इसके लिए उन्हें किसी मेहरम के साथ जरूरत नहीं होगी। सऊदी अरब भी 45 और इससे अधिक उम्र की महिलाओं को हज के लिए प्रवेश की अनुमति देता है।

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SC ने सब्सिडी ख़त्म करने का दिया था आदेश

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अमल करते हुए नई हज नीति में सब्सिडी की व्यवस्था खत्म करने को भी हरी झंडी मिल गई है। सुप्रीम कोर्ट ने साल 2022 तक धीरे-धीरे हज सबसिडी खत्म करने का आदेश दिया था। लेकिन हज सब्सिडी खत्म होने के बावजूद सरकार हज यात्रा का सस्ता विकल्प मुहैया कराने पर विचार कर रही है।

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समुद्री रास्ते से जा सकते हैं हज के लिए

सरकार हज यात्रा का सस्ता विकल्प उपलब्ध करने के तहत समुद्री जहाज से यात्रा की सुविधा दे सकती है। सरकार सऊदी अरब से समुद्री रास्ते से हज यात्रियों के जाने पर बात करेगी। संभव है कि सरकार अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से इसके लिए जरूरी टेंडर भी मंगाएगी। गौरतलब है, कि अभी तक सिर्फ हवाई यात्रा के जरिए ही हज यात्रा के लिए जाया जाता है। यह काफी महंगा सफर होता है।

अब इन 9 जगहों से ही जा सकेंगे हज यात्रा पर

नई हज नीति में सऊदी अरब के अलावा देश में भी बेहतर सुविधाएं देने पर जोर दिया गया है। इसके लिए हज यात्रियों के प्रस्थान के स्थानों की संख्या 21 से घटाकर 9 की जाएगी। अब हज यात्री दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई, लखनऊ, अहमदाबाद, हैदराबाद, बेंगलुरु और कोच्चि से प्रस्थान कर सकेंगे। इन सभी जगहों पर सरकार अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हज हाऊस का निर्माण करेगी। साथ ही, जिन प्रस्थान स्थानों को इससे बाहर रखा गया है, उनमें हज यात्रियों के बनी सुविधाओं का इस्तेमाल शैक्षिक गतिविधियों के लिए किया जाएगा।

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