जिसे व्यापमं घोटाले में घेरा, उसे राहुल गांधी के सामने कांग्रेस में शामिल किया
भोपाल : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव सिर पर सवार हैं। ऐसे में कांग्रेस किसी भी तरीके से सत्ता में आने को बेचैन है। इसी बेचैनी में वो गलती हो गई जिसने बीजेपी को मौका थमा दिया और बीजेपी अब कांग्रेस से हिसाब बराबर कर रही है।
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ये मामला कांग्रेस के लिए शर्मिंदगी की वजह बन गया
मंगलवार को पूर्व बीजेपी नेता डॉक्टर गुलाब सिंह किरार को पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने कांग्रेस का पंजा थमा दिया गया। इस मौके पर कमल नाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे। खुशी का माहौल था। नेताओं को लगा की इस बार मध्य प्रदेश कांग्रेस में गुलाब खिल गया है। तो सरकार भी बन ही जाएगी। पार्टी के आधिकारिक टि्वटर हैंडल से गुलाब खिलने की खबर भी सभी को दे दी गई। लेकिन इसके ठीक एक दिन बाद कांड हो गया। बड़े नेताओं को पता चला कि जिस गुलाब को हाथों हाथ ले रहे हैं वो तो बबूल है। हुआ ये कि किरार उन नेताओं में शामिल हैं, जिनपर कांग्रेस व्यापमं घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाती रही है।
ट्वीट किया डिलीट
पार्टी के आधिकारिक टि्वटर हैंडल से वो ट्वीट डिलीट किया गया, जिसमें किरार को पार्टी में शामिल किए जाने का स्वागत वंदन लिखा गया था।
प्रवक्ता और नेता समझ नहीं पा रहे क्या बयान दें
प्रदेश कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी कहते हैं गुलाब सिंह को पार्टी में लिया गया है। प्रवक्ता शोभा ओझा कहती हैं, किसी ऐसे शख्स से पल्ला झाड़ने का सवाल ही नहीं उठता, जिसे हमने कभी न अपनाया हो। उन्होंने आधिकारिक तौर पर कांग्रेस जॉइन नहीं की। वह वहां लोगों से मिलने के लिए आए थे।
कांग्रेस के कद्द्वर नेता चंद्रप्रभास शेखर कहते हैं, डॉ किरार आधिकारिक तौर पर मंगलवार को पार्टी में शामिल हुए।’
बीजेपी को मिला मुद्दा
प्रवक्ता राकेश शर्मा कहते हैं, मामले ने कांग्रेस को एक्सपोज कर दिया है क्योंकि पब्लिसिटी पाने की जल्दी में उसने उन लोगों को शामिल कर लिया जिनका विवादास्पद अतीत रहा है।
कौन हैं ये गुलाब जिनमें लगे हैं काटें
गुलाब सिंह किरार पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक कल्याण आयोग के पूर्व मेंबर हैं। शिवराज सिंह की कैबिनेट में राज्य मंत्री रह चुके हैं। सीबीआई की ओर से दर्ज व्यापमं घोटाले से जुड़ी एक एफआईआर में गुलाब का नाम आने के बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था