ब्यूरो, नई दिल्ली: यदि ऐसा है तो सचमुच बहुत सुखद है। यह वास्तव में सपनों का भारत ही होगा। बहुत ज्यादा दूर भी नहीं है यह समय। महज पांच साल। पलक झपकते बीत जाएंगे ये साल। सब कुछ जिस रफ़्तार से चल रहा है, उसी से चलना चाहिए। पांच साल बाद हम 2022 तक गरीबी, गंदगी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, जातिवाद और सांप्रदायिकतावाद से मुक्त न्यू इंडिया बना चुके होंगे। ये बातें नीति आयोग की ओर से कही गई है।
सरकार के थिंक टैंक माने जाने वाले नीति आयोग का कहना है कि 2022 तक गरीबी, गंदगी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, जातिवाद और साम्प्रदायिकतावाद से मुक्त न्यू इंडिया होगा। नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने गवर्नर्स कॉन्फ्रेंस में न्यू इंडिया ऐट 2022 डॉक्युमेंट पेश किया। डॉक्युमेंट में अनुमान लगाया गया है कि यदि भारत 8 प्रतिशत की दर से साल 2047 तक वृद्धि करता है तो आने वाले समय में यह दुनिया की टॉप 3 इकॉनमी में शामिल होगा।
'न्यू इंडिया ऐट 2022 डॉक्युमेंट' में अनुमान लगाया गया है कि 2022 तक भारत पूरी तरह से कुपोषण मुक्त हो जाएगा। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साल 2019 तक भारत में सरकार प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत देश के हर गांव से कनेक्ट होने में सक्षम होगी। इसके अलावा दावा किया गया है 2022 में भारत में 20 से ज्यादा वर्ल्ड क्लास हायर एजुकेशन इंस्टिट्यूशन होंगे।