नईदिल्ली : राज्यसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को राज्यसभा सदस्यता छोड़ने की वजह बताई । हालांकि, उन्होंने अपनी आगे की रणनीति का खुलासा नहीं किया।
और क्या बोले सिद्धू ?
-अमृतसर से चार बार सांसद रहे नवजोत ने कहा कि उन्हें पंजाब से दूर रहने को कहा गया था ।
-त्यागपत्र देने के बाद पहली बार संवाददाताओं के सामने आए सिद्धू ने कहा कि पक्षी भी दिन भर उड़ने के बाद शाम को अपने घोसले में आता है लेकिन मुझे कहा गया कि राज्यसभा में रहो और पंजाब से दूर रहो ।
-सिद्धू ने कहा कि कोई भी पार्टी मेरे लिए पंजाब से उपर नहीं है । इसके लिए कोई भी नफा नुकसान झेलने के लिए तैयार हूं ।
-उन्होंनें कहा कि अटल बिहारी वाजपेई ने उनसे पहली बार अमृतसर से चुनाव लड़ने को कहा। वो उसवक्त पाकिस्तान में कमेंट्री कर रहे थे। वाजपेई के कहने पर वो चुनाव लड़े और 14 दिन में चुनाव जीते ।
-सिद्धू ने कहा कि मोदी की लहर आई तो अमृतसर सीट तो डुबाई ही साथ में नवजोत को भी डुबा दिया ।
-ये भी कहा गया कि अब कभी अमृतसर से चुनाव नहीं लडोगे। मुझे पश्चिमी दिल्ली या कुरुक्षेत्र से चुनाव लड़ने को कहा गया लेकिन मैंने इंकार कर दिया ।
-उन्होंने कहा कि यदि ये पहली बार होता तब भी नाकाबिले बर्दाश्त होता लेकिन ये मेरे साथ तीसरी चौथी बार हुआ ।
-नवजोत ने कहा कि अमृतसर सीट बीजेपी की कभी थी ही नहीं इसे मैंने पार्टी की झोली में डाला ।
-हालांकि उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि वो आम आदमी पार्टी में जाएंगे या नहीं ।