भोपाल : एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जो कर दिखाया वो जल्द किसी नेता में नजर नहीं आता। 31 अक्टूबर को जेल ब्रेक के दौरान शहीद हुए भोपाल जेल के प्रहरी स्वर्गीय रमाशंकर यादव की इकलौती बेटी सोनिया की शादी शुक्रवार को हुई। यह बात सीएम को पता थी। उन्हें यह भी पता था कि बेटी की शादी में पिता का न होना एक बेटी के लिए कितना दर्द भरा होता। फिर क्या था मुख्यमंत्री ने एक बाप बन वो किया जो यादव स्वयं करते। सीएम मैरिज लॉन पहुंचे और सारी जिम्मेदारी अपने हाथ में ले ली।
लॉन में उन्होंने तैयारियों का जायजा लिया जहाँ कमी लगी वहां उसे ठीक कराया और फूल माला लेकर बारातियों के स्वागत के लिए गेट पर खड़े हो गए, यादव के परिजन और रिश्तेदारों की आखें ये देख नम हो गयी।
जब बारात गेट पर पहुचीं तो शिवराज ने बारातियों का स्वागत किया। दूल्हे को घोड़ी से उतारा, द्वार पूजा करवाई और स्टेज तक ले गए। जब तक वरमाला नहीं हुई सीएम स्टेज पर ही मौजूद रहे। दुल्हन सोनिया को सीएम ने गिफ्ट में जीएडी में सहायक ग्रेड-3 का नियुक्ति पत्र भेंट किया। इसके बाद उन्हें बारातियों से खाने के लिए आग्रह करते देखा गया वो कमियों के लिए माफ़ी भी मांग रहे थे।
सीएम ने एक महिला अधिकारी को सोनिया के मेकअप की जिम्मेदारी दे दी थी। कई सरकारी गाड़ियाँ रिश्तेदारों को घर से लॉन तक लाने ले जाने के लिए लगी थीं।
शिवराज ने सभी काम अपनी निगरानी में करवाए, जिसने भी उन्हें ऐसा करते देखा वो हैरान था कि एक पिता की तरह उन्हें भी उतनी ही चिंता थी की कहीं कोई कमी न रह जाए।