पीलीभीत: कोतवाली पूरनपुर में नशीला पदार्थ रखने के आरोप में हिरासत में लिए गए मोहल्ला रजागंज पूरनपुर देहात निवासी दो युवकों सद्दाम और शकील की सुबह मौत हो गई है। घटना से लोगों में आक्रोश है। सैकड़ों लोगों ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाकर कोतवाली के बाहर हंगामा किया। एसपी ने पूरनपुर कोतवाल शक्ति सिंह, रिपार्ट मुंशी और पहरा को निलंबित कर दिया।
क्या है पूरा मामला
-मृतक युवक सद्दाम की पत्नी शबीना के अनुसार, बुधवार शाम दरोगा शकील, दरोगा मौर्या, एक अन्य दरोगा सिपाही मलिक, कश्मीरुल, फईम और 5-7 पुलिसकर्मी उसके पति सद्दाम को घर से मारते-पीटते घसीटते हुए ले गए।
-थाने ले जाने का कोई कारण भी नहीं बताया। शबीना शाम 6 बजे अपनी मां चंदा के साथ कोतवाली गई तो कोतवाल शक्ति सिंह और कई पुलिस वाले उसके पति सद्दाम और एक अन्य व्यक्ति को की पिटाई कर रहे थे।
-पुलिस ने उसे भगा दिया। रात भर बेचैनी से काटने के बाद सुबह 08 बजे शबीना अपने पति को दखने कोतवाली पहुंची।
-शबीना का आरोप है कि उस समय उसका पति और एक अन्य व्यक्ति उल्टियां कर रहा था।
-उसने पति से पूछा तो उसने बताया कि रात में पुलिसवालों ने उसकी अमानवीय पिटाई की है।
-शबीना का कहना है कि अपने पति की हालत देख पुलिस मदद करने की गुहार की तो कोतवाल ने कहा ‘‘मरने दे सालों को, तू भाग यहाँ से’’। शबीना ने पूरनपुर सीएचसी चिकित्सक अभिनव पांडे पर पर भी पुलिस से मिली भगत का आरोप लगाया है। उसने कहा कि पांडे ने सबूत नष्ट करने के लिए मृतक सद्दाम को जीवित दिखाकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
-शबीना ने उच्च स्तरीय पैनल से पोस्टमार्टम कराने और पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराने की मांग की है।
एएसपी विकास कुमार वैद्य ने कहा...
-दो अभियुक्तों को बुधवार की शाम एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर हवालात में दाखिल किया गया था।
-सुबह उनकी हालत खराब हुई तो उन्हें सीएचसी पूरनपुर में भर्ती कराया गया।
-वहां भी उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो जिला अस्पताल रेफर किया गया।
मृत हालत में लाए गए थे दोनों
जिला अस्पताल के ईएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि पूरनपुर सीएचसी से रेफर होकर आए दोनों युवक सद्दाम और शकील मृत अवस्था में जिला अस्पताल लाए गए।