UP DGP पर एक बार फिर भ्रम, 30 सितंबर को सुलखान बोलेंगे 'अलविदा' ?
यूपी पुलिस के मुखिया को लेकर एक बार फिर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। यूपी के डीजीपी सुलखान सिंह का कार्यकाल 30 सितंबर 2017 को खत्म हो रहा है।
लखनऊ: यूपी पुलिस के मुखिया को लेकर एक बार फिर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। यूपी के डीजीपी सुलखान सिंह का कार्यकाल 30 सितंबर 2017 को खत्म हो रहा है। उनके रैतिक परेड की चिट्ठी भी डीजीपी ऑफिस से जारी हो गई है। इसके साथ ही सरकार ने उनके कार्यकाल विस्तार के लिए गृह मंत्रालय को चिट्ठी भी लिख दी है। इससे पहले भी एक बार ऐसा हो चुका है। बता दें, कि सुलखान सिंह ने जावीद अहमद की जगह यूपी के नए डीजीपी का कार्यभार 21 अप्रैल 2017 को संभाला था।
डीजीपी के विदाई का सस्पेंस
यूपी डीजीपी मुख्यालय ने 30 सितंबर को उनका कार्यकाल खत्म होने और 29 सितंबर को रैतिक परेड की चिट्ठी जारी कर दी है। वहीं सरकार ने गृह मंत्रालय को कार्यकाल विस्तार के लिए सिफारिशी चिट्ठी भी लिख दी है। कार्यकाल विस्तार की अवधि की सिफारिश में 6 महीने का समय मांगा गया है। जबकि अधिकतम कार्य विस्तार 90 दिन का मिल सकता है।
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पहले भी रह चुका है भ्रम
इससे पहले भी ए के जैन के कार्यकाल में यह स्थिति हो चुकी है। उनका कार्यकाल खत्म होकर रैतिक परेड की चिट्ठी जारी हो गई थी। रैतिक परेड कैंसिल होकर उन्हें कार्य विस्तार दे दिया गया था। सुलखान सिंह की भी कुछ ऐसी ही इच्छा होगी। लेकिन, इसमें संघ की सहमति का बड़ा रोड़ा है। जो उन्हें कार्य विस्तार मिलने का सबसे बड़ा स्पीड ब्रेकर है। अब ऐसे में यह भ्रम सुलखान सिंह की इच्छा में तब्दील हो, इसकी संभावना कम ही दिखती है।
कौन हैं सुलखान सिंह?
-सुलखान सिंह 1980 कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं।
-मूलतः यूपी के बांदा से संबंध रखने वाले सुलखान सिंह ने इंजीनियरिंग लॉ की पढाई की है।
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