वेदांती बोले, जैसे विवादित ढांचा गिराया वैसे ही मंदिर निर्माण भी शुरू होगा
अयोध्या: विश्व हिंदू परिषद और राम मंदिर न्यास के संत रामविलास वेदांती का दावा है कि 2019 के पहले कभी भी अचानक मंदिर निर्माण शुरू हो सकता है। जिसे मुसलमान बाबरी मस्जिद कहते थे उस विवादित ढांचे को 6 दिसम्बर 1992 को जैसे गिराया गया था, उसी तरह 2019 के पहले राम मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। वेदांती ने कहा कि मंदिर निर्माण की योजना तैयार है, लेकिन उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया।
हो रही देरी अब साधु-संतों को विचलित करने लगी
अयोध्या में मंदिर निर्माण पर हो रही देरी अब साधु-संतों को विचलित करने लगी है। विश्व हिंदू परिषद और रामजन्म भूमि न्यास से जुड़े संत अब एक बार फिर से मंदिर निर्माण के लिए बाबरी विध्वंस के फॉर्मूले को ही अपनाने की बात करने लगे हैं।
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राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य और बीजेपी के पूर्व सांसद रामविलास वेदांती ने कहा, अगर 2019 के पहले मंदिर निर्माण का फैसला नहीं हो पाता तो उनके पास वैकल्पिक योजना है। जिस तरीके से अचानक विवादित ढांचा ध्वस्त किया गया, उसी तरीके से रातों-रात मंदिर निर्माण भी शुरू हो सकता है।
वेदांती के मुताबिक मंदिर निर्माण की योजना की पूरी तैयारी हो चुकी है और उच्च स्तर पर इसे हरी झंडी भी मिल चुकी है। विचार चल रहा है कि अचानक क्यों न मंदिर निर्माण भी उसी तर्ज पर शुरू कर दिया जाए जिस तर्ज पर विवादित ढांचा गिराया गया था। हालांकि यह कब और कैसे होगा, इस रणनीति का खुलासा वेदांती नहीं कर रहे हैं।
वेदांती अयोध्या आंदोलन के अग्रणी चेहरों में रहे हैं और बीजेपी के पूर्व सांसद भी हैं, लेकिन वह पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कुछ महीनों का वक्त और देना चाहते हैं।