NCLT: बैंकों के अधिकारियों के बयान दर्ज किये,पूरी कार्यवाही गोपनीय
कानपुर के एक होटल में मंगलवार को एनसीएलटी के अधिकारियों ने विक्रम कोठारी को हजारों करोड़ रूपये का कर्ज देने वाले बैंकों के अधिकारियों के बयान दर्ज किये। ट्रिब्यूनल के पीठासीन अधिकारी के रूप में अनिल गोयल दिल्ली से कानपुर आये थे। उम्मीद की जा रही
कानपुर:कानपुर के एक होटल में मंगलवार को एनसीएलटी के अधिकारियों ने विक्रम कोठारी को हजारों करोड़ रूपये का कर्ज देने वाले बैंकों के अधिकारियों के बयान दर्ज किये। ट्रिब्यूनल के पीठासीन अधिकारी के रूप में अनिल गोयल दिल्ली से कानपुर आये थे। उम्मीद की जा रही थी कि विक्रम कोठारी ट्रिब्यूनल के समक्ष उपस्थित होकर अपना पक्ष रखेगें और कर्ज वापसी के लिये कोई सेटलमेण्ट हो सकता है।
बैंक आफ इण्डिया के अधिकारियों ने पिछले शनिवार को मीडिया से एनसीएलटी के समक्ष होने वाली इस सुनवाई में सेटलमेण्ट की उम्मीद जतायी थी।लेकिन कोठारी की तरफ से कोई फार्मूला न दिये जाने से अब मामला अगली सुनवाई तक के लिये लटक गया है।
ट्रिब्यूनल के समक्ष बैंक आॅफ इण्डिया के जोनल मैनेजर मीनकेतन दास भी उपस्थित हुए लेकिन टिब्यूनल की टीम समेत किसी भी बैंक अधिकारियों ने कार्यवाही को गोपनीय रखने के नियमों का हवाला दिया। हालाकि दो दिन पहले मीनकेतन दास ने उम्मीद जतायी थी कि आज की सुनवाई में कोई फार्मूला निकल सकता है।
यहाँ यह याद दिलाना भी जरूरी है कि सीबीआई ने दिल्ली में विक्रम कोठारी के खिलाफ जो आपराधिक मुकदमा दर्ज किया है उसमें बैंक आॅफ इण्डिया के अज्ञात अफसरों को भी मुल्जिम बनाया है। इस बैंक ने कोठारी को सवाधिक 1395 करोड़ का लोन दिया हुआ है।
उधर सीबीआई ने विक्रम कोठारी की पत्नी साधना कोठारी से आज दूसरे दिन भी पूछताछ जारी रखी। लेकिन आज उन्हें उनके आवास से किसी अज्ञात स्थान ले जाया गया ।
कुछ घण्टे बाद वापस लाया गया इस तरह विक्रम कोठारी और उनके परिवार पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है।