Bhagwat Geeta Quotes: कृष्ण कहते हैं अहंकार से इंसान की प्रतिष्ठा, वंश, वैभव, तीनों ही समाप्त हो जाते हैं

Bhagwat Geeta Quotes: भगवत गीता में लिखी हर एक बात मनुष्य के लिए उसके जीवन में बेहद उपयोगी है, आइये जानते हैं श्री कृष्ण ने जीवन को सफल बनाने के लिए क्या बातें बताई हैं।

Newstrack :  Network
Update:2024-07-12 08:21 IST

Bhagwat Geeta Quotes (Image Credit-Social Media)

Bhagwat Geeta Quotes: भगवत गीता में श्री कृष्ण ने अर्जुन को कई गूढ़ रहस्यों से अवगत कराया और साथ ही ज्ञान की जो बातें बताईं वो आज के समय में भी काफी तर्कसंगत हैं। श्री कृष्ण ने मनुष्य को जीवन और मृत्यु की वास्तविकता बताई है जिससे वो अहंकार, स्वार्थ, लोभ इन सब तरह की सभी आदतों का त्याग करके शुद्ध मन के साथ आचरण करे और अपना कर्म करे। ऐसे में गीता को समझना ही श्री कृष्ण को प्राप्त करने के सामान माना गया है। आइये यहाँ दिए भगवत गीता कोट्स पर एक नज़र डालते हैं जो आपके जीवन का मार्गदर्शन करने में सहायक है।

भगवत गीता कोट्स (Bhagwat Geeta Quotes)

  • गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं कि परिस्थितियां चाहे कितनी भी खराब हों, वो हमेशा एक जैसी नहीं रहती हैं. बदलती जरूर हैं इसलिए मनुष्य को हिम्मत नहीं हारना चाहिए।
  • श्रीकृष्ण कहते हैं कि ईश्वर कभी भी किसी व्यक्ति के साथ ना इंसाफी नहीं करता, वो उसको केवल वही देता है जिसके वह लायक है।
  • गीता के अनुसार, कोई नहीं देगा तेरा साथ यहां तुझे लड़ना भी खुद है और संभलना भी खुद है. हे अर्जुन! व्यक्ति जो चाहे बन सकता है यदि वह विश्वास के साथ इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करे।
  • श्रीमद्भगवद्गीता के अनुसार जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं है इसलिए स्वयं को अधिक तनावग्रस्त न करें।
  • किसी के साथ चलने से ना तो कोई खुशी मिलती है और ना ही लक्ष्य. इसलिए मनुष्य को सदैव अपने कर्मों पर विश्वास करते हुए अकेले चलते रहना चाहिए।
  • गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं दूसरे के कर्तव्य का पालन करने से भय होता है और स्वधर्म में मरना भी बेहतर होता है. अर्थात हमें दूसरे का अनुसरण या नकल करने की बजाय स्वधर्म को पहचानना चाहिए. दूसरों का अनुसरण करने से मन में भय उत्पन्न होता है।
  • श्रीकृष्ण के अनुसार डर हटाने का एक ही उपाय है और वो है अपना स्वधर्म पहचानना और उस में जीना।
  • मैंने ही इस सृष्टि की रचना की है मैं ही इसका पालन पोषण करता हूं और मैं ही इस सृष्टि का विनाश अर्थात अंत करता हूं।
  • जब-जब संसार में धर्म की हार होगी और अधर्म की विजय होगी तब तब मैं इस संसार पर अवतार लूंगा।
  • धर्म कर्म से होता है कर्म के बिना धर्म की कोई परिभाषा नहीं है।
  • हमारी आस्था की परीक्षा तब होती है जब हम जो चाहे वो हमें न मिले और फिर भी हमारे दिल से प्रभु के लिए शुक्रिया ही निकले।
  • लोग अक्सर सच कहने से बचते हैं या डरते हैं पर सत्य कभी छुप नहीं सकता और न ही कभी मिट सकता है। कितना भी छुपा लो पर सच तो उजागर हो ही जायेगा।
  • अहंकार से इंसान की प्रतिष्ठा, वंश, वैभव, तीनों ही समाप्त हो जाते हैं।
  • आत्मा अमर है इसलिए मरने की चिंता कभी मत करो।
  • आत्मा का अंतिम लक्ष्य परमात्मा से मिलन होता है।
  • सत्य कभी भी नष्ट नहीं हो सकता। 
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