Brij Bhushan Sharan Singh Lifestyle: आरोपों में घिरे बृज भूषण शरण सिंह हैं करोड़ों के मालिक, जानिए इनकी लाइफस्टाइल ?
Brij Bhushan Sharan Singh Lifestyle:आज हम आपको WFI अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की लाइफस्टाइल और नेटवर्थ से रूबरू करवाने जा रहे हैं।
Brij Bhushan Sharan Singh Lifestyle: WFI अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की अयोध्या में होने वाली रैली स्थगित हो गयी है। वहीँ दिल्ली में जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे भारत के स्टार पहलवानों ने ये ज़िम्मा अब किसान नेता राकेश टिकैत और उनके साथियों को सौंप दिया है। फिलहाल अब ये लड़ाई एथलीटों और बीजेपी सांसद बृजभूषण की नहीं बल्कि मोदी विरोधियों और मोदी समर्थकों के बीच की नज़र आने लगी है। फिलहाल इस मामले की जाँच चल रही है। वहीँ आज हम आपको WFI अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की लाइफस्टाइल और नेटवर्थ से रूबरू करवाने जा रहे हैं।
बृज भूषण शरण सिंह की लाइफस्टाइल
WFI अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर मंतर पर काफी समय से प्रदर्शन कर रहे भारत के स्टार पहलवानों का मोर्चा अब किसान नेता राकेश टिकैत और उनके साथियों ने संभल लिया है। वहीँ दूसरी ओर बृजभूषण कार्यवाही पर भरोसा जताते हुए कह रहे हैं कि अगर वो कार्यवाही के बाद दोषी पाए जाते हैं तो वो फांसी पर भी लटकने को तैयार हैं। जल्द सच्चाई सामने होगी लेकिन कुछ लोगो इसे मोदी विरोधी देखते हुए अपनी राजनैतिक रोटियां भी सकते नज़र आ रहे हैं। इससे पहले एथलीटों ने खेल मंत्रालय के आश्वासन के बाद जनवरी में अपना विरोध प्रदर्शन वापस ले लिया था, लेकिन उन्हें फिर से दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करना पड़ा क्योंकि उनका दावा है कि डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।प्रदर्शनकारियों ने सिंह पर गंभीर आरोप लगाए, जिनमें महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न, शारीरिक शोषण, तानाशाहीपूर्ण कार्यप्रणाली और डब्ल्यूएफआई के प्रबंधन में वित्तीय अनियमितताएं शामिल हैं। पहलवान बृजभूषण पर जहां अपने आरोप पर कायम हैं, वहीं वो सभी आरोपों से इनकार भी कर रहे हैं।
कौन हैं बृजभूषण शरण सिंह?
बृज भूषण शरण सिंह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक भारतीय राजनेता हैं और वर्तमान में उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से संसद सदस्य के रूप में कार्यरत हैं, और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख भी हैं।
बृजभूषण बृजभूषण शरण सिंह का जन्म 8 जनवरी 1957 को हुआ था और उन्होंने अवध विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की थी।
बृजभूषण शरण सिंह का परिवार
छह बार लोकसभा सदस्य रहे, बृजभूषण शरण सिंह, श्री जगदंबा शरण सिंह और श्रीमती प्यारी देवी सिंह के पुत्र हैं। उन्होंने केतकी देवी सिंह से शादी की जो 1981 में भाजपा सांसद और जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं।
बृजभूषण और केतकी के तीन बच्चे हैं, दो बेटे और एक बेटी। वैसे उनके 3 बेटे और एक बेटी थी। जहाँ उनके दो बेटे करण भूषण सिंग और प्रतीक भूषण वर्तमान में राजनीति में सक्रिय हैं, उनके सबसे बड़े बेटे शक्ति शरण सिंह की 2004 में आत्महत्या से मृत्यु हो गई और उन्होंने एक सुसाइड नोट में अपने पिता के रवैये को उनकी मृत्यु का कारण बताया था।
उनके बेटे प्रतीक भूषण सिंह रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष हैं। उनके दूसरे बेटे प्रतीक भूषण शरण सिंह भी गोंडा सदर से बीजेपी विधायक हैं।
हालांकि बृजभूषण सिंह की बेटी के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन कहा जाता है कि उनकी शादी बिहार कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष विशाल सिंह से हुई है।
बृजभूषण शरण सिंह का राजनीतिक करियर
बृजभूषण सिंह के बारे में कहा जा रहा है कि उन्हें अपने क्षेत्र में पार्टी की नहीं बल्कि पार्टी को उनकी जरूरत है। बृज भूषण ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1991 में एक सांसद के रूप में की, जब भाजपा ने उन्हें राम जन्मभूमि आंदोलन में सक्रिय भूमिका के लिए गोंडा में आनंद सिंह के खिलाफ मैदान में उतारा।
बृज भूषण सिंह ने छह बार संसद में काम किया है, पांच बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ और एक बार समाजवादी पार्टी के साथ। भाजपा उम्मीदवार के रूप में, वो 1991 में उत्तर प्रदेश के गोंडा निर्वाचन क्षेत्र से 10वीं लोकसभा के लिए चुने गए।
वो 1999 में उसी निर्वाचन क्षेत्र से 13 वीं लोकसभा के लिए फिर से चुने गए, और 2004 में, उन्हें उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर 14 वीं लोकसभा के लिए फिर से चुना गया। 20 जुलाई, 2008 को वो समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए, जब भाजपा ने उन्हें 2008 के लोकसभा के विश्वास मत के दौरान संसद में क्रॉस वोटिंग के लिए खारिज कर दिया।
साल 2009 में, वो उत्तर प्रदेश राज्य के कैसरगंज निर्वाचन क्षेत्र से 15 वीं लोकसभा के लिए फिर से चुने गए। उसके बाद, वो 16वें आम चुनाव से महीनों पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और वर्तमान में भाजपा से 17वीं लोकसभा के सदस्य हैं। वो रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के प्रमुख भी हैं।
बाबरी मस्जिद का विध्वंस और अंडरवर्ल्ड कनेक्शन
बृजभूषण शरण सिंह 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस में भी शामिल थे। वो इस मामले में मुख्य संदिग्ध थे, हालांकि भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने अंततः उन्हें बरी कर दिया था। उसके बाद, उन पर उसी वर्ष टाडा (आतंकवादी और विघटनकारी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम) के तहत जे.जे. अस्पताल शूटआउट के आयोजन में दाऊद इब्राहिम की सहायता करने के लिए दाऊद के बहनोई की हत्या करने वाले शूटरों की हत्या के लिए भी आरोप लगाया गया था।
बृजभूषण शरण सिंह नेट वर्थ
ऑनलाइन उपलब्ध जानकारी के अनुसार बृजभूषण शरण सिंह की कुल संपत्ति 100 करोड़ से अधिक होगी। वो देवी पाटन मंडल, गोंडा, बलरामपुर, बहराइच और श्रावस्ती के चार जिलों में फैले लगभग 54 स्कूलों के मालिक हैं। इनमें नंदिनी नगर महाविद्यालय नवाबगंज में स्थित है।
इसके अलावा वो 6 बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं साथ ही वो और उनका परिवार कई अन्य व्यवसायों का मालिक है।
बृजभूषण शरण के खिलाफ मामले
उनके खिलाफ बहुत सारे मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, छेड़छाड़, डकैती, लोक सेवकों को स्वैच्छिक नुकसान, अवैध रूप से हथियार ले जाना और अन्य मामले शामिल हैं।