Jay Bhattacharya Biography: कौन हैं डॉ. जय भट्टाचार्य, जिन्हें ट्रंप ने दी बड़ी जिम्मेदारी, जानें इनके बारे में सबकुछ
Jay Bhattacharya Kon Hai: भारतीय मूल के डॉ. जय भट्टाचार्य को अमेरिकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। आइए जानें कौन हैं भारतवंशी जय भट्टाचार्य।
Jay Bhattacharya Kon Hai: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने चुनाव में जीत हासिल करने के बाद अपनी सरकार में कई भारतीय मूल के लोगों को शामिल किया है। अब इस लिस्ट में भारतीय मूल के अमेरिकी डॉ. जय भट्टाचार्य (Dr. Jay Bhattacharya) का नाम भी शामिल हो गया है। उन्हें अमेरिकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। इसी के साथ जय पहले भारतीय-अमेरिकी बन गए हैं, जिन्हें ट्रंप ने टॉप प्रशासनिक पद के लिए नॉमिनेट किया है। NIH के डायरेक्टर के रूप में नॉमिनेट होकर भट्टाचार्य ने भी खुशी जाहिर की है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने जय भट्टाचार्य के नॉमिनेशन का ऐलान करते हुए कहा कि मुझे जय भट्टाचार्य, एमडी, पीएचडी को एनआईएच के डायरेक्टर के रूप में नॉमिनेट करके बहुत प्रसन्नता हो रही है। डॉ. भट्टाचार्य रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर के साथ मिलकर देश के मेडिकल रिसर्च की दिशा में काम करेंगे, जिससे देश के हेल्थ सेक्टर में सुधार आएगा और लोगों की सुरक्षा होगी। ट्रंप सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद भारतवंशी जय भट्टाचार्य (Jay Bhattacharya) की खूब चर्चा हो रही है। आइए जानें कौन हैं जय भट्टाचार्य और भारत से वह कैसे ताल्लुक रखते हैं।
जय भट्टाचार्य कौन हैं (Jay Bhattacharya Biography In Hindi)
जय भट्टाचार्य (Jay Bhattacharya) भारत में जन्मे हैं। उनका जन्म साल 1968 में कोलकाता में हुआ था। वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के हेल्थ पॉलिसी के प्रोफेसर हैं। उन्होंने 1997 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन से ग्रेजुएशन, फिर 2000 में इकोनॉमिक्स में पीएचडी की डिग्री (Jay Bhattacharya Education In Hindi) हासिल की थी।
क्या करते हैं जय भट्टाचार्य (Jay Bhattacharya Profession In Hindi)
डॉक्टर जय भट्टाचार्य नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक रिसर्च में एसोसिएट भी हैं और स्टैनफोर्ड के सेंटर फॉर डेमोग्राफी एंड इकोनॉमिक्स ऑफ हेल्थ एंड एजिंग के निदेशक हैं। जय स्टैनफोर्ड इंस्टीट्यूट फॉर इकनॉमिक पॉलिसी रिसर्च, स्टैनफोर्ड फ्रीमैन स्पोगली इंस्टीट्यूट और हूवर इंस्टीट्यूशन में एक वरिष्ठ फेलो हैं। वह साल 2020 और 2021 में कोरोना महामारी के दौरान अमेरिका समेत दुनियाभर में लॉकडाउन का विरोध किए जाने को लेकर चर्चा में रहे थे। उन्होंने कोरोना काल के समय अमेरिकी कोविड पॉलिसी की जमकर आलोचना की थी।