Kohinoor Diamond History: Queen Elizabeth के बाद ताज में लगे कोहिनूर हीरे का क्या होगा, भारत से कैसे पहुंचा महारानी तक
Kohinoor Diamond History in Hindi: ब्रिटेन की क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय(Queen Elizabeth II)का 96 साल की उम्र में निधन गुरुवार को हो गया।एलिजाबेथ ने 70 साल तक ब्रिटेन पर राज किया।
Kohinoor Diamond History in Hindi: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) का 96 साल की उम्र में निधन गुरुवार को हो गया। एलिजाबेथ ने 70 साल तक ब्रिटेन पर राज किया। एलिजाबेथ का नाम दुनिया में सबसे अधिक समय तक शासन करने वालों में शामिल है। 1952 से महारानी एजिलाबेथ ने ब्रिटेन पर राज किया। दुनिया की महंगी प्रॉपर्टी एलिजाबेथ के नाम है। एलिजाबेथ के पास कई सारी महंगी कारें, महल और ज्वेलरी भी रहीं। जिनमें से एक ताज हैं, जिसे एलिजाबेथ खास मौकों पर पहनती थी।
अब इस ताज को लेकर कई सारे सवाल खड़े हो रहे हैं। इसलिए क्योंकि इस ताज में कोहिनूर हीरा जड़ा था। अब एलिजाबेथ की मौत को बाद उनके ताज में सजे कोहिनूर (Kohinoor) हीरे को लेकर लोगों के मन में कई सवाल उठ रहें हैं। आखिर अब यह हीरा किसका होगा और इस हीरे का अब क्या होगा? दरअसल महारानी के ताज में लगा कोहिनूर का हीरा भारत का है। महारानी का यह ताज 105 कैरेट का कोहिनूर हीरा भी जड़ा है। इसके अलावा भी इस ताज में 2,867 हीरे लगाए गए हैं। इस Crown में चांदी के माउंट में हीरे जड़े हैं और बड़े पैमाने पर शानदार कट है।
इसके अलावा इसमें जड़े रंगीन रत्नों में नीलमणि, पन्ना और मोती शामिल है। इसका वजन करीब 1.28 किलोग्राम है और इस मुकुट में बहुत सारे पुराने और बेशकीमती रत्न जड़े हैं। बता दे कि इसमें नीलमणि से लेकर एडवर्ड द ब्लैक प्रिंस की रूबी, एलिजाबेथ प्रथम के मोती और कुलीनन द्वितीय के हीरे भी शामिल हैं। दरअसल एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद से ट्विटर पर लगातार कोहिनूर ट्रेंड कर रहा है और लोग इसे लेकर कई सवाल पूछ रहे हैं। दरअसल लोग यह जानना चाहते हैं कि क्या यह मुकुट अगली महारानी को सौंपा जाएगा?
अब किसके सिर पर होगा ये ताज
दरअसल ब्रिटेन की नई महारानी अब डचेस ऑफ कॉर्नवाल कैमिला होंगी जो एलिजाबेथ द्वितीय के सबसे बड़े बेटे और उत्तराधिकार में सबसे आगे प्रिंस चार्ल्स की पत्नी हैं। महारानी एलिजाबेथ की मौत के बाद अब प्रिंस चार्ल्स भी राजा बन जाएंगे। बता दे कि क्वीन एलिजाबेथ ने इसी साल घोषणा की थी कि प्रिंस चार्ल्स के राजा बनने पर डचेस कैमिला को भी क्वीन की उपाधि दी जाएगी। ऐसे में यह कयास लगाया जा रहा है कि राजकुमार चार्ल्स के राज्याभिषेक के दौरान कैमिला को ही कोहिनूर के साथ ताज सौंपा जाएगा।
भारत से ब्रिटेन कैसे पहुंचा कोहिनूर?
करीब 800 साल पहले भारत में एक चमचमाता पत्थर मिला था, जिसे कोहिनूर नाम दिया गया। दरअसल कोहिनूर हीरा दुनिया के सबसे बड़े हीरे में से एक है। महारानी एलिजाबेथ के जिस मुकुट के बारे में बात हो रही है उसे राजा जॉर्ज छठे की ताजपोशी के लिए 1937 में बनाया गया था। दरअसल ऐसा कहा जाता है कि ये भारत की गोलकुंडा खदान में मिला था। 1849 में बता दे कि जब ब्रिटिश उपनिवेश पंजाब में आया तो इसे अंतिम सिख शासक दलीप सिंह ने महारानी को भेंट किया था।
इतना ही नहीं महारानी के ताज में 1856 में तुर्की के तत्कालीन सुल्तान द्वारा महारानी विक्टोरिया को तोहफे में दिया गया एक बड़ा पत्थर भी शामिल है। दरअसल ये गिफ्ट उन्होंने क्रीमिया युद्ध में ब्रिटिश सेना के समर्थ के प्रति अपना आभार जताने के लिए दिया था। बता दे कि क्वीन एलिजाबेथ के इस क्राउन की कीमत का हमेशा अंदाजा ही लगाया है, क्योंकि जिस हिसाब के रत्न और ज्वैलरी इसमें जड़ी है उससे इसकी कीमत का बस अंदाजा ही लगाया जा सकता है। ऐसा कहा जाता है कि महारानी के इस मुकुट की कीमत तकरीबन 3600 करोड़ रुपए है और वहीं पूरे सेट की कीमत 4500 करोड़ बताई जाती है।