Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी ने बताया कि कैसे आपके पुण्य नष्ट हो जाते हैं, इस काम के लिए भगवान् कभी नहीं करते माफ़
Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद महाराज जी ने अपने भक्तों को कुछ ऐसा बताया जिसे सुनने के बाद आप भी अपने कर्मों पर गौर करना शुरू कर देंगे। आइये जानते हैं ऐसा क्या बताया है उन्होंने।
Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसमे उन्होंने भक्तो को कुछ ऐसा बताया कि आप भी सुनकर दंग रह जायेंगे। महाराज जी राधा रानी के परम भक्त है और ऐसी मान्यता है कि अगर आप उनके प्रवचनों और सत्संग को पूरी श्रद्धा भाव से सुनते हैं तो इससे राधा रानी प्रसन्न होती हैं और किसी न किसी रूप में या स्वप्न में आपको दर्शन ज़रूर देतीं हैं। वहीँ महाराज जी ने अपने भक्तों को कुछ ऐसा बताया जिसे सुनने के बाद आप भी अपने कर्मों पर गौर करना शुरू कर देंगे। आइये जानते हैं ऐसा क्या बताया है प्रेमानंद जी ने।
कैसे हो जाते हैं आपके पुण्य नष्ट
कहते हैं कि की कर्म ही आपका भाग्य बनाते हैं लेकिन जो व्यक्ति अपने कर्मों को ही बिगाड़ लेता है उसको इस जन्म में तो क्या आने वाले सभी जन्मों में भगवान् माफ़ नहीं करते हैं। और जब वो हिसाब करने पर आता है तो आप की हर कोशिश नाकामयाब हो जाती है। वहीँ वृन्दावन के प्रेमानंद जी महाराज ने भी कुछ ऐसा ही कहा। उन्होंने बताया कि जब आप बुरा आचरण करते हैं तो आपके पुण्य नष्ट हो जाते हैं और एक समय ऐसा भी आता है जब भगवान् भी आपको माफ़ नहीं करते हैं।
प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि अगर आप अपना यश दुनिया में फैलाना चाहते हैं, सुन्दर बुद्धि चाहते हैं, अपना कल्याण चाहते हैं, सुन्दर गति चाहते हो,तो सबसे पहले आपको एक बात का त्याग करना होगा वो है पराई स्त्री को काम भाव से देखने की। जो व्यक्ति पराई स्त्री को भोग की दृष्टि से देखता है तो न शुभ गति होगी और न ही शुभ बुद्धि होगी। उसकी मति होगी और आगे चलकर वो बहुत कष्ट में फंस जायेगा। उन्होंने आगे कहा कि आप चाहे तो संसार में इसके कई उदाहरण देख सकते हो।
प्रेमानंद जी ने आगे कहा कि सिद्धांत कहता है कि जिसे अपना कल्याण चाहना हो, सुन्दर बुद्धि चाहिए, यश चाहना हो, तो सबसे पहले पर स्त्री का ख्याल अपने मन से निकाल दो। अगर ये हैं तो सर्वनाश। उन्होंने आगे कहा कि जैसे चौथ का चन्द्रमा नहीं देखा जाता ऐसा करने से कलंक लगता है ऐसे ही पराई माता बहनों की तरफ मत देखो।