बहुत काम की चीज कपूर

फ्री रेडिकल्स के कारण ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा होता है जो कोशिकाओं को क्षति पहुंचाने के साथ अल्जाइमर (भूलने की बीमारी), हृदय रोग और डायबिटीज जैसी कई गंभीर बीमारियों का कारण बनता है।

Update: 2020-05-16 17:44 GMT

लखनऊ: हर घर में पूजा के स्थान पर कपूर मिल जाता है। इसस घर का माहौल शुद्ध रहता है।

एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर : कपूर में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं। फ्री रेडिकल्स के कारण ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा होता है जो कोशिकाओं को क्षति पहुंचाने के साथ अल्जाइमर (भूलने की बीमारी), हृदय रोग और डायबिटीज जैसी कई गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। कपूर अपने एंटीऑक्सीडेंट गुण इन जैसी कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक हो सकता है।

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पाचन के लिए मददगार : पेट से जुड़ी समस्याओं की मुख्य वजह है पाचन क्रिया का दुरुस्त न होना। ऐसे में कपूर का इस्तेमाल करके पाचन को स्वस्थ रखा जा सकता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में गैस्ट्रिक एंजाइम के उत्पादन को सुविधाजनक बनाकर पाचन क्रिया को बेहतर बनाने का काम करते हैं। जब भी आपको पेट संबंधित समस्याओं जैसे सूजन, गैस आदि का सामना करना पड़े तो राहत मिलने तक पेट पर कपूर का तेल लगाएं।

दर्द से राहत : जब भी आपको अचानक कमर, गर्दन या पेट आदि में दर्द हो तो कपूर को नारियल तेल में मिलाकर प्रभावित जगह पर लगाएं, इससे मांशपेशियों में दर्द और ऐंठन से आराम पाया जा सकता है। यह नुस्खा सूजन को कम करने का भी काम कर सकता है, क्योंकि कपूर में एनाल्जेसिक (दर्द कम करने वाला गुण) के साथ-साथ रूबेफेसीएंट (त्वचा की सूजन को कम करने वाला गुण) मौजूद होता है।

 

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घावों को ठीक करे : जलने या चोट लगने में कपूर का इस्तेमाल किया जा सकता है। कपूर में एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण पाया जाता है। ऐसे में ये दोनों गुण जलने के कारण घाव में होने वाले इन्फेक्शन को दूर कर सकते हैं। घावों को ठीक करने के लिए कपूर को पीसकर नारियल के तेल के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें।

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