Jabalpur: डॉग स्कवॉड की मदद से 500 मीटर दूर घर से पकड़ा तेंदूए का शिकारी, तलाशी लेने पर मिला फंदा बनाने का औजार

जबलपुर के टेमर भीटा इलाके में एक तेंदुए के शिकार का मामला सामने आया है। वन विभाग की टीम ने कुछ ही घंटे में डॉग स्क्वॉड की मदद से शिकारी को पकड़ लिया।

Newstrack :  Network
Published By :  Deepak Kumar
Update: 2021-11-21 01:56 GMT

फंदे में मरा तेंदुआ।

Jabalpur News: जबलपुर के टेमर भीटा इलाके (Temer Bhita area) में एक तेंदुए के शिकार (tendua ka shikar) का मामला सामने आया है। वन विभाग की टीम (forest department team) ने कुछ ही घंटे में डॉग स्क्वॉड की मदद से शिकारी को पकड़ लिया। सुबह-सुबह वन विभाग की टीम (forest department team) को कैंट इलाके में एक तेंदुए के मरे पड़े होने की सूचना मिली थी। तत्काल मौके पर वन परिक्षेत्र जबलपुर की रेस्क्यू टीम (Rescue team of forest range Jabalpur) पहुंच गई। टीम को पहली नजर में ही समझ आ गया कि मामला शिकार है। शिकारी ने लोहे के जाल का फंदा लगाया था जिसमें फंसने से तेंदुए की मौत हो गई।

शिकारी ने तेंदुए का शिकार करने के लिए बिछाया जाल

वन विभाग (forest department) के सूत्रों ने बताया कि संभागीय कंट्रोल रूम में सुबह करीब 8 बजे सूचना मिली कि टेमर भीटा (Temer Bhita area) स्थित एक निजी स्कूल की कराई गई फेंसिंग के पास तेंदुआ पड़ा है। सूचना बाद मौके पर रेस्क्यू टीम प्रभारी डिप्टी रेंजर गुलाब सिंह राजपूत (In-charge Deputy Ranger Gulab Singh Rajput), डिप्टी रेंजर तिवारी, वन रक्षक विनोद मांझी, राजेंद्र पहुंचे। जांच में पाया गया की तेंदुए की गर्दन में शिकारी के बनाए गए तार का फंदा कसा हुआ है और फंदे से गला कसने के कारण ही तेंदुए की मौत हुई। इसके बाद तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के लिए वेटरनरी अस्पताल भेजा गया है।

डॉग की मदद से 500 मीटर दूर पकड़ा गया शिकारी

तेंदुए की मौत (tendua ki mout) के मामले में जांच शुरू करते हुए डॉग स्कवॉड को बुलाया गया। डॉग तुरंत घटनास्थल से 500 मीटर दूर रहने वाले मुन्ना लाल नामक व्यक्ति के घर जा पहुंचा। उसके घर की तलाशी लेने पर शिकार के लिए फंदा तैयार करने में उपयोग होने वाले औजार मिले। इसके बाद आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया। जबलपुर और आसपास के इलाके में जंगल होने के कारण तेंदुए का मूवमेंट ज्यादा है। लोग बताते हैं कि बड़ी संख्या में तेंदुए रहते हैं और ये आसपास के आबादी वाले इलाके में शिकार की तलाश को आ जाते हैं।

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