Harda Blast: हर तरफ कराहते जख्मी, 40km तक हिली धरती, मंजर देख कांप गईं लोगों की रूह
Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के हरदा में पटाखा फैक्ट्री में भयानक विस्फोट हो गया है। जिसमें कई लोगों के अंदर फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के हरदा में आज यानि मंगलवार को एक पटाखा फैक्ट्री में अचानक आग लग गई, इसके बाद लगातार कई धमाके हुए। इन धमाकों से करीब तीन किलोमीटर तक ऐसा महसूस हुआ जैसे भूकंप आ गया हो। इस हादसे में अब तक 12 लोगों की मौत हो गई और 59 लोग घायल हो गए। घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। विस्फोट के समय फैक्ट्री में सैकड़ों कर्मचारी काम कर रहे थे। इसलिए बहुत से लोगों के अन्दर फंस जाने की आशंका जताई गयी। हालांकि, घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ की टीम फैक्ट्री पहुंच गई हैं और रेस्क्यू आपरेशन जारी है।
मुख्यमंत्री ने लिया एक्शन
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि घटना दुखद है। सरकार पूरी मुस्तैदी से बचाव एवं राहत कार्यों में लगी है। प्रति परिवार चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है। जांच के आदेश दिए गए हैं। गृह सचिव खुद जांच कर मुझे रिपोर्ट सौंपेंगे। इसमें दोषी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
हरदा से भोपाल के बीच ग्रीन कॉरिडोर
हरदा से भोपाल के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाया है। पटाखा फैक्ट्री के घायलों को ग्रीन कॉरिडोर से भोपाल के हमीदिया अस्पताल और एम्स भोपाल लाने की तैयारी है। पटाखा फैक्ट्री के विस्फोट में घायल कुछ लोगों को हरदा जिला अस्पताल से भोपाल रेफर किया गया है
लगातार बढ़ रही आग की लपटें
हरदा के बैरागढ़ में स्थित पटाखे की फैक्ट्री में हुई भयानक विस्फोट के बाद दमकलकर्मियों की कोशिश है कि आग पर काबू पाया जाए ताकि लोगों को रेस्क्यू किया जा सके। आग की लपटों पर काबू पाने में देरी इसलिए हो रही है क्योंकि फैक्ट्री में पटाखे रखे हुए हैं, जिसकी वजह से आग लगातार भड़क रही है। प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। उनका कहना है कि पहली प्राथमिकता फैक्ट्री की आग पर किसी भी तरह काबू पाना है।
60 से ज्यादा घरों में आग, 25 से अधिक घायल
जानकारी के अनुसार मगरधा रोड स्थित एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में सुबह विस्फोट होने के बाद भीषण आग लग गई। फैक्ट्री से उठतीं आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से ही दिखाई दे रहा था। सूचना मिलने के बाद मौके पर फायर बिग्रेड की गाड़ियां पहुंच गई हैं। हादसे के बाद पास की सड़क पर वाहन उछलकर दूर गिर गए और कुछ लोगों की मौत सड़क पर ही हो गई है। उनकी लाशें सड़क किनारे पड़ी हैं। हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग ने मौतों की पुष्टि नहीं की है। उन्होंने बताया कि 20 से 25 लोग घायल हुए हैं और कुछ की हालत गंभीर है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद ली जा रही है।
हमारा फोकस बचाव एवं राहत कार्यों पर है। पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट के बाद, आसपास के 60 से ज्यादा घरों में आग लग गई है। फैक्ट्री के आसपास सड़क पर कुछ शव पड़े दिखे हैं और 25 से अधिक घायलों को हरदा जिला अस्पताल ले जाया गया है। प्रशासन ने 100 से ज्यादा घर खाली करवा दिए हैं। धमाके की चपेट से पास की सड़क पर चल रहे वाहन भी कुछ दूरी तक उछल गए हैं और क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल है। फैक्ट्री से उठती आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से देखा जा सकता है।
गोशाला को भी पहुंचा नुकसान
ब्लास्ट इतना भीषण था कि पास में ही स्थित एक गोशाला को भी नुकसान पहुंचा है। वहां के एक कर्मचारी ने बताया कि खिड़कियों के कांच टूट गए हैं और इससे मुनीम को चोटें आई हैं, जिसका इलाज किया जा रहा है। करीब 10 से 15 बड़े धमाके हुए। इससे कई किलोमीटर दूर तक भूकंप जैसे झटके महसूस किए गए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुलाई आपात बैठक
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तत्काल घटना का संज्ञान लेते हुए मंत्री उदय प्रताप सिंह, एसीएस अजीत केसरी, डीजी होम गार्ड अरविंद कुमार को हेलीकॉप्टर से हरदा जाने के निर्देश दिए हैं। इंदौर और भोपाल से फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को भेजा जा रहा है और राहत कार्यों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं। सेना से हेलीकॉप्टरों की व्यवस्था के लिए संपर्क किया गया है। भोपाल, इंदौर में मेडिकल कॉलेज और एम्भोस पाल में बर्न यूनिट को तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
होशंगाबाद में भी अस्पतालों में घायलों के उपचार के लिए व्यवस्था की गई है, होशंगाबाद सहित आसपास के क्षेत्र से 14 डॉक्टर तत्काल रवाना किए गए हैं। हरदा में 20 एम्बुलेंस मौजूद हैं, तथा 50 और पहुंच रही है। भोपाल, इंदौर बैतूल, होशंगाबाद, भेरूंदा, रेहटी सहित अन्य नगरीय निकायों तथा संस्थाओं से फायर ब्रिगेड हरदा भेजे जा रहे हैं। बैठक में मुख्य सचिव वीरा राणा, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे, प्रमुख सचिन नगरीय प्रशासन एवं विकास नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री राघवेंद्र सिंह तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
नर्मदापुरम से एंबुलेंस रवाना
हादसा इतना बड़ा और भयानक है कि हरदा जिले की एंबुलेंस भी कम पड़ गई। नर्मदापुरम और खंडवा से भी एंबुलेंस हरदा के लिए रवाना की गई हैं। जानकारी के अनुसार, नर्मदापुरम से 6 फायर ब्रिगेड ओर 4 एम्बुलेंस डॉक्टर और स्टाफ के साथ हरदा के लिए निकल गई हैं। भोपाल और इंदौर में इलाज के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
समिति का गठन
मुख्यमंत्री के निर्देश पर बचाव एवं राहत कार्य के लिए समिति गठित की गई है, जिसका अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को बनाया गया है। समिति में अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी, गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे, नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, होमगार्ड डीजी अरविंद कुमार और एडीजी आलोक रंजन भी शामिल हैं।
पीएम मोदी की घोषणा, हरदा हादसे के पीड़ितों को मिलेगी सहायता
पीएम मोदी ने एक्स मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्वीट करके कहा कि "मध्य प्रदेश के हरदा में पटाखा फैक्ट्री में दुर्घटना के कारण हुई लोगों की मृत्यु से मैं व्यथित हूँ। उन सभी के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। जो घायल हुए हैं वे जल्द से जल्द ठीक हों। स्थानीय प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है। प्रत्येक मृतक के परिजनों को PMNRF से 2 लाख रुपये दिए जाएंगे तथा घायलों को 50,000 रुपये दिये जायेंगे।