Meerut News: मेरठ के साढ़े ग्यारह हजार लाइसेंस धारियों ने नहीं करवाया हथियार जमा, चुनाव में गड़बड़ी की आशंका
Meerut News Today: चुनाव सेल के नोडल अधिकारी के अनुसार जिले में करीब 21 हजार लोग लाइसेंसी शस्त्रधारक हैं। इनमें से 1686 लोंगो ने शस्त्र की दुकान में और 6657 लोंगो ने थाने में हथियार जमा कराए हैं।
Meerut News: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर पुलिस ने लाइसेंसी असलहों को जमा करना शुरू कर दिया है। मेरठ में भी इसके लिए पुलिस द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। जो अपने असलहा नहीं जमा कर रहे हैं उनको पुलिस द्वारा रिमाइंडर भेजा जा रहा है।
चुनाव सेल के नोडल अधिकारी जितेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में कुल साढ़े ग्यारह हजार हजार लाइसेंसधारी ऐसे हैं, जिन्होंने चुनाव के इतना करीब आ जाने के बाद भी अपने हथियार जमा नहीं करवाए है। वहीं 1103 लोंगो ने पुलिस के सामने प्रार्थना पत्र देकर अपनी सुरक्षा के मद्देनजर असलहा अपने पास ही रखने की विनती की है। चुनाव सेल के नोडल अधिकारी के अनुसार जिले में करीब 21 हजार लोग लाइसेंसी शस्त्रधारक हैं। इनमें से 1686 लोंगो ने शस्त्र की दुकान में और 6657 लोंगो ने थाने में हथियार जमा कराए हैं।
चुनाव सेल के नोडल अधिकारी जितेन्द्र श्रीवास्तव का कहना है कि जिन लोगों को चुनाव के दौरान असलहा रखने की अनुमति होगी उनकी रिपोर्ट कमेटी को भेजी जाएगी। इसके अलावा जिन लोगों ने अभी तक अपने असलहें जमा नहीं किए है। उन्हें चौकी प्रभारी के माध्यम से लगातार रिमाइंडर भेजा जा रहा है। गौरतलब है कि स्क्रीनिंग कमेटी में पुलिस व जिले के प्रशासनिक अधिकारी होते है। इस कमेटी द्वारा यह सुनिश्चित किया जाता है कि लाइसेंसधारी दबंगई या टशन दिखाने के उद्देश्य से तो अनुमति नहीं मांग रहा है. तमाम बिंदुओं की जांच करने के बाद असलहा रखने की अनुमति दी जाती है।
बता दें कि अक्सर असलहा जमा नहीं करने से लाइसेंसधारी या उसके परिवार के सदस्य पर चुनाव को प्रभावित करने का अंदेशा रहता है। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद रंजिश होने की भी संभावना बनी रहती है। इस कारण से ही चुनावी माहौल में किसी को भी असलहा नहीं रखने दिया जाता है। इस दौरान जनपद मेरठ में अवैध असलहा रखने वालों और बनाने वालों के खिलाफ भी अभियान चलाया जा रहा है। मेरठ पुलिस अभी तक आधा दर्जन से अधिक लोंगो को अवैध असलहें रखने और बनाने के आरोप में गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है।