Meerut News: पश्चिमी यूपी में आफत की बारिश ने किसानों की बढ़ाई मुश्किलें, गेहूं और सरसों की फसल को भारी नुकसान
Meerut News: कृषि विशेषज्ञ डा. जगदेव सिंह का कहना है कि इस तरह बारिश के कारण किसानों को फसलों में काफी नुकसान है। गेहूं गिरने से पैदावार प्रभावित होगी तो सरसों का दाना भी गिर जाएगा और सब्जी की पैदावार भी इससे जरूर प्रभावित होगी।
Meerut News: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में झमाझम बारिश व तेज हवाओं के चलने से तापमान में गिरावट आई है। इससे लोंगो को गर्मी से तो राहत मिली है लेकिन, मेरठ और आसरपास के जनपदों में बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से खेत में खड़ी फसल लेट गई। किसान चिंता की मुद्रा में हैं। पिछले तीन दिन में बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
बरसात के कारण गेहूं की फसल में दानों का विकास कुछ समय के लिए रुक जाएगा। इसका पूरी फसल पर प्रभाव पड़ने वाला है। किसान पिछली वर्ष की तरह हुए नुकसान को लेकर भी चिंतित है। कृषि विशेषज्ञ डा. जगदेव सिंह का कहना है कि इस तरह बारिश के कारण किसानों को फसलों में काफी नुकसान है। गेहूं गिरने से पैदावार प्रभावित होगी तो सरसों का दाना भी गिर जाएगा और सब्जी की पैदावार भी इससे जरूर प्रभावित होगी।
बारिश से किसानों की परेशानी बढ़ गई
मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, बिजनौर आदि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदों हवा के साथ बारिश होने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। गेहूं और सरसों की फसलों के साथ ही सब्जियों को काफी नुकसान हुआ है। आम का बोर भी खराब होने का डर सता रहा है। सरसों की फसल भी पककर तैयार है और बारिश के कारण उसके दाने गिर गए। इससे भी काफी नुकसान किसानों को हुआ है। बारिश के कारण आम के बोर में फफूंदी लगने का डर है और आम पर काफी बोर आने से उत्साहित बागवानों के चेहरे पर उदासी आ गई है। वहीं जिस आलू की अभी खोदाई नहीं हुई है, उसमें गलाव शुरू हो जाएगा। इसके अलावा भी तोरई व खीरा की फसल भी बारिश के कारण प्रभावित हुई है।
मेरठ के मवाना गांव खेड़ी के किसान चन्द्रवीर ने बताया कि गेहूं की फसल में बाली आ चुकी है और हवा के साथ बारिश होने से फसल गिर गई है। उदास लहजे में चन्द्रवीर कहते हैं- पहले ही आलू के भाव कम होने से घाटा हो रहा है और अब बारिश से गेहूं व सरसों की फसल का उत्पादन भी प्रभावित होता दिख रहा है। बागवान शुजाअत ने बताया कि इस बार मौसम आम के लिए काफी अनुकूल लग रहा है और बोर भी काफी आया हुआ है। मगर बारिश से बोर में रोग लग सकता है।
आलू की फसल पर होगा बुरा असर
चैधरी अशोक ने बताया कि अभी आलू की पूरी तरह से खोदाई नहीं हो सकी, जिसके खराब होने का डर सता रहा है। बागपत के एक किसान रविंद्र ने बताया कि गेहूं की फसल में बाली आ चुकी है और हवा के साथ बरसात होने से फसल गिर गई है। उधर बारिश के चलते गन्ना क्रय केंद्र पर भी तौल का कार्य रुक गया, जिस कारण गन्ना तोलने वाले किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
बारिश से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तेजी से हो रही गन्ना बुवाई पर ब्रेक लग गया। पावर कोल्हुओं के संचालन भी प्रभावित हो गए हैं, वहीं आलू की खुदाई पर भी ब्रेक लग गया।