लखनऊ: हंसने के लिए बहाने की जरूरत नहीं है। कोई भी विचित्र चीज दिखें तो इंसान अपनी हंसी पर काबू नहीं रख पाता है। किसी भी भाषा में हास्याप्रद जो भी संवाद हो लोगों का बस हसाना आना चाहिए। जब बात भोजपुरी भाषा की हो तो क्या कहने । इस भाषा की बात हो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का जिक्र ना हो भला कैसे संभव है। उनके अंदाज-ए-बयां हो या भोजपुरी डॉयलॉग्स ऐसे ही लोक प्रिय और हास्यास्पद है। चाहे नाम हो या फोटो या फिर फिल्म हो, गाने या फिर बस कुछ डायलॉग्स, भोजपुरी का नाम आते ही मजेदार बन जाता है। इतना ही नहीं, इन फिल्मों के नाम भी बड़े मजेदार और फनी होते हैं। आप में से बहुत से लोग होंगे जिन्होंने कोई भोजपुरी फिल्म नहीं देखी होगी, लेकिन शायद ही कोई होगा जिसने सड़कों-चौराहों पर लगे इन फिल्मों के पोस्टर नहीं देखे होंगे। 90 के दशक वाली बॉलीवुड फिल्मों की तरह ही पोस्टर खास ध्यान खींचते हैं अपने अनोखे नामों के चलते, जिनमें छिपी होती है थोड़ी सी मस्ती तो थोड़ी सी शरारत भी। देखिए भोजपुरी फिल्मों के कुछ ऐसे ही पोस्टर जिनके नाम पढ़ते ही आप अपनी हंसी को रोक नहीं पाएंगे।
-इस सीरीज में पहला नाम पढ़िए पेप्सी और सेक्सी का कॉमिक कॉंबिनेशन
अब इनको भी पढ़कर कुछ देर मुस्कुरा ले-
अब बात रिक्शेवाले की भी करके मुस्कुरा ले-
अब कौन इनको समझाए बाढ़ नदी में आती है कि लहंगा में-
अब तक तो जनाब सब्जियों से विटामिन मिलते थे, आप खुद समझे -
बढ़िया टैग है हीरो गमछावाला, इसके आगे के लिए भी तैयार रहे पता नहीं क्या बन जाए हीरो-
ये भी कुछ कहना चाह रहे है-
इनको कुछ नहीं मिला तो गोबर पर पहुंच गए-
चलों ये कुछ हद तक पच सकता है।
ये क्या कहना चाहते है-
इस पोस्टर में जीजा -साली के कॉंबिनेशन को देखकर थोड़ी देर हंस ले-
देवर- भाभी का क्या है माजरा-
इनको देखिए इनकी छैला मिल्की वाइट से माल बन गई
इनकी भी डिमांड सुनें तो क्या कहेंगे आप-
सही हंसे और हंसाए, पढ़ें इन फिल्मों के नाम और करें खुद को फ्रेश।