ओडिशा के नवनिर्वाचित 46 प्रतिशत विधायकों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे: ADR

एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेडी के 33 (30 प्रतिशत), बीजेपी के 10 (44 प्रतिशत) विधायक, कांग्रेस के पांच विधायकों के ऊपर गंभीर आपराधिक मामले हैं।

Update: 2019-05-27 12:42 GMT

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के साथ ही ओडिशा में विधानसभा चुनाव संपन्न हुआ है। तो आइये एडीआर की रिपोर्ट से हम आपको बताते हैं नवनिर्वाचित विधायकों के बारे में...

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नवनिर्वाचित विधायकों में से 46 प्रतिशत के विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज हैं। सोमवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। ओडिशा इलेक्शन वॉच (ओईडब्ल्यू) और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से तैयार रिपोर्ट के अनुसार, ओडिशा विधानसभा के लिए चुने गए 146 सदस्यों में से 67 विधायकों ने अपने शपथपत्र में खुद के ऊपर आपराधिक मामलों का जिक्र किया है।

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रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से 49 विधायकों (34 प्रतिशत विधायकों) के ऊपर गंभीर आपराधिक मामले जैसे हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण के मामले दर्ज हैं। इन गंभीर आपराधिक मामलों में, दो मामले हत्या और 11 मामले हत्या का प्रयास करने से संबंधित हैं। इनमें से बीजू जनता दल (बीजेडी) के 112 विधायकों में से 46 विधायक (41 प्रतिशत), बीजेपी के 23 विधायकों में से 14 (61 प्रतिशत) और कांग्रेस के कुल नौ विधायकों में से छह (67 प्रतिशत) के विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज हैं।

बीजेडी के 33 प्रतिशत एमएलए पर गंभीर मुकदमे

एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेडी के 33 (30 प्रतिशत), बीजेपी के 10 (44 प्रतिशत) विधायक, कांग्रेस के पांच विधायकों के ऊपर गंभीर आपराधिक मामले हैं। 2014 में, 147 चुने गए विधायकों में से 52(35 प्रतिशत) के विरुद्ध आपराधिक मामले और 41(28 प्रतिशत) विधायकों के विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे।

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