उमा ने बोला- शिवपाल को चाटा पड़ा था ये बात कैसे भूल गए?

यदि गठबंधन की गांठ में हल्दी बंधी हो तो गठबंधन लंबा चलता है। यदि गांठ में जहर बंधा हो तो गठबंधन नही चल सकता है, सपा-बसपा गठबंधन में हल्दी नही बल्कि जहर बंधा हुआ है।

Update: 2019-04-22 16:08 GMT

कानपुर: केंद्रीय मंत्री उमा भारतीय ने सपा-बसपा गठबंधन पर जमकर हमला बोला उन्होंने कहा कि लोग कहते है, गठबंधन हो जाता है तो लंबे समय तक चलता है। लेकिन ऐसा नही है यदि गठबंधन की गांठ में हल्दी बंधी हो तो गठबंधन लंबा चलता है। यदि गांठ में जहर बंधा हो तो गठबंधन नही चल सकता है, सपा-बसपा गठबंधन में हल्दी नही बल्कि जहर बंधा हुआ है। अब वो जहर कैसे निकल सकता है? क्योंकि सपा-बसपा ने एक-दूसरे के साथ ऐसा बर्ताव किया है। आप लोग बताए जब मायावती की सरकार थी तो शिवपाल के गाल पर चाटा पड़ा था कि नहीं पड़ा था वो ये बात कैसे भूल सकते है, जब मुलायम सिंह को सत्ता से हटाया गया था तो गेस्ट हाउस में क्या हुआ था वो मुझे बताने की जरूरत नही है।

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सोमवार को केंद्रीय मंत्री उमा भारतीय कन्नौज लोकसभा सीट की कानपुर देहात स्थित रसूलाबाद विधानसभा में बीजेपी प्रत्याशी सुब्रत पाठक के समर्थन में जनसभा की उमा भारतीय ने सुब्रत पाठक को कन्नौज का बेटा बताया। उन्होंने कहा कि कन्नौज का बेटा जनता के बीच में रहकर जनपद के विकास का तानाबाना बुन रहा है, वहीँ कन्नौज में तो लोग हैलीकाप्टर से वोट मांगने आते है और इसके बाद गायब हो जाते है ऐसे लोग जनता की क्या सेवा करेंगे और क्या विकास करेंगे?

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उन्होंने कहा कि ये सत्ता के लालच में एक होते हैं और सत्ता की लालसा पूरी नही होने पर अलग हो जाते है। गरीब और पिछड़ो की सेवा करना इनका लक्ष्य नही है। मायावती का मैनपुरी में दर्द छलक पड़ा था जिसमे उन्होंने कहा था 1995 की घटना नही भूल सकती हूं। मायावती के अंदर ये बात कही न कही कचोट रही है, जिसका विकरण होता ही रहेगा। उस घटना के लिए मायावती माफ़ कर सकती है लेकिन दलित वर्ग की महिलाएँ अपमान को माफ़ नही कर पाएंगी।

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कब शिवपाल सिंह के तमाचा मारा गया था

2008 में बसपा सुप्रीमों मायावती प्रदेश की मुख्यमंत्री थी और मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल सिंह कुछ छात्रों की रिहाई की मांग कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें एक सिपाही ने तमाचा मार दिया था।

 

 

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