Pablo Picasso Painting: कबाड़ में मिली पेंटिंग ने बनाया करोड़पति, जानिए क्या थी वजह
Pablo Picasso Painting: घर में कबाड़ की तरह पड़ी पुरानी पिकासो की पेंटिंग मिली, लेकिन जब उसने उस पेंटिंग की बाजार में कीमत जाननी चाही जिसे सुनने के बाद वो व्यक्ति हैरान गया।
Pablo Picasso Painting: अगर आप घर के उस हिस्से की सफाई कर रहें हों जिसे अक्सर घर का डंपिंग एरिया माना जाता है जहां से आपके हाथ अचानक ऐसी चीज लग जाए जो आपको रातों रात करोड़ पति बना दे। तो इसे में आप कुदरत का कमाल ही मानेंगे। ऐसा ही कमाल कुछ समय पूर्व इटली के एक व्यक्ति के साथ भी हुआ है। जिसके चलते वो रातों रात करोड़ पति बन गया। असल में इटली में कैपरी द्वीप के रहने वाले एक व्यक्ति को घर की सफाई के दौरान अपने घर में कबाड़ की तरह पड़ी पुरानी पिकासो की पेंटिंग मिली, लेकिन जब उसने उस पेंटिंग की बाजार में कीमत जाननी चाही जिसे सुनने के बाद वो व्यक्ति हैरान गया। इस धूल में सनी पेंटिंग की कीमत लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में निकली।
आधुनिक और समकालीन कला की साक्षी है पिकासो की शैली
कला जगत में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित करने वाले महान चित्रकार पाब्लो पिकासो को कौन नहीं जानता।
पाब्लो पिकासो की कलात्मक प्रतिभा ने आधुनिक और समकालीन कला के विकास को अद्वितीय परिमाण के साथ प्रभावित किया है। उनके विपुल उत्पादन में 20,000 से अधिक पेंटिंग, प्रिंट, रेखाचित्र, मूर्तियां, चीनी मिट्टी की चीज़ें, थिएटर सेट और पोशाकें शामिल हैं जो असंख्य बौद्धिक, राजनीतिक, सामाजिक और कामुक संदेश देती हैं। पिकासो का जन्म 25 अक्टूबर, 1881 को 23.15 बजे दक्षिणी स्पेन के अंदलूसिया के मलागा शहर में हुआ था । वे डॉन जोस रुइज़ वाई ब्लास्को और मारिया पिकासो वाई लोपेज़ की पहली संतान थे। पिकासो का परिवार मध्यम वर्गीय पृष्ठभूमि का था। उनके पिता एक चित्रकार थे जो पक्षियों और अन्य खेल के प्राकृतिक चित्रण में माहिर थे। उनके पिता अपने जीवन के अधिकांश समय में, रुइज़ स्कूल ऑफ़ क्राफ्ट्स में कला के प्रोफेसर और एक स्थानीय संग्रहालय के क्यूरेटर थे।
स्पेन के इस कला के जादूगर पिकासो का 8 अप्रैल, 1973 में देहांत हो गया था, लेकिन उनके द्वारा बनाई गई उनकी कृतियों की कीमत करोड़ों में है।
पाब्लो पिकासो ने कला जगत में क्रांति ला दी और कई लोगों के लिए वे 20वीं सदी के सर्वश्रेष्ठ कलाकार हैं। वे जॉर्जेस ब्रेक के साथ क्यूबिज्म की शुरुआत करने में अपनी भूमिका और अपने उदास ब्लू पीरियड के टुकड़ों के लिए प्रसिद्ध हैं।
1930 से 1936 के बीच बनाई गई है ये पेंटिंग
कबाड़ विक्रेता की बेटी एंड्रिया लो रोसो द्वारा ये जानकारी सार्वजनिक की गई कि उनके पिता लुइगी को अपने घर के डंपिंग यार्ड की सफाई करते समय एक पेंटिंग हाथ लगी, जिस पर बनी आकृतियां कुछ ऐसी थीं जिन्हें देखकर उसकी पत्नी खीज जाया करती थी। यही वजह है कि उस पेंटिंग को कबाड़ घर में रख दिया गया था। इस पेंटिंग को देखकर ऐसा अनुमान लगाता जा रहा है कि यह करोड़ों रुपये की पिकासो पेंटिंग साल 1930 से 1936 के बीच बनाई गई थी। इसमें फ्रांसीसी फोटोग्राफर और चित्रकार डोरा मार का चित्र है।
साल 1973 में पिकासो की मृत्यु से पहले उन्होंने 14,000 से अधिक पेंटिंग बनाई थीं।
एंड्रिया ने द गार्जियन को बताया, “हमें इस पेंटिंग से पैसा कमाने में कोई दिलचस्पी नहीं है, ये हमारे लिए बहुमूल्य है।“ इसकी कीमत जब बाजार में पूछी गई तो करीब 66 लाख डॉलर भारतीय राशि के अनुसार 55 करोड़ से ज्यादा रुपये आंकी गई। ये पेंटिंग जाने कितने सालों से बेकार वस्तुओं के साथ पड़ी हुई थी।
एंड्रिया के मुताबिक इस बात पर कौन यकीन करेगा कि उनके पिता जबकि एक कबाड़ विक्रेता थे और उन्हें इस पेंटिंग के अस्तित्व को लेकर तनिक भी जानकारी नहीं थी और ना ही उन्हें ये मालूम था कि पिकासो नाम का कोई चित्रकार भी हुआ है। इसके बावजूद उन्होंने इस पेंटिंग कबाड़ समझकर बेचा नहीं।
पिकासो के बहुमूल्य हस्ताक्षर से बढ़ी पेंटिंग की कीमत
कबाड़ में पड़ी कीमत यूं ही करोड़ों में नहीं लग रही बल्कि उस पेंटिंग पर अंकित पिकासो के हस्ताक्षर उसे एक बहुमूल्य वस्तु करार कर रहा है। पिकासो के मूल हस्ताक्षर से ही पेंटिंग की प्रमाणिकता का भी पता चलता है। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार पेंटिंग पिकासो की है, इस बात का खुलासा तब हुआ जब एंड्रिया की नजर में अचानक पेंटिंग के किनारे पर अंकित पिकासो के हस्ताक्षर पर पड़ी।
( लेखिका वरिष्ठ पत्रकार हैं ।)