अब ठंडी हो रही है उबली कढ़ी, चाची की रसोई का स्वाद दूर करेगा शिवपाल-अखिलेश की कड़वाहट

अखिलेश यादव ने चाची सरला को फोन करके उनसे अपने बचपन की पसंदीदा डिश कढ़ी खिलाने की गुहार की है। चाची (मां) ने बच्चे की इस मांग को पूरा करने के लिए अपना पूरा ममत्व उंडेला है। हो सकता है कि इस भोज आमन्त्रण में फिलहाल शिवपाल शामिल न हों, परन्तु आदित्य मौजूद रहेंगे।

Update:2017-05-07 19:28 IST

Vijay S Pankaj

लखनऊ: प्रदेश के सबसे बाहुबली राजनीतिक यादव परिवार का झगड़ा शीघ्र ही शांत होगा। इसकी पहल यादव राजकुमार एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव करने जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि मई की तपती लू यादवी कुनबे में अखिलेश के स्पर्श से शीतलता प्रदान करेगी। अखिलेश ने अपने कुछ वरिष्ठ शुभचिन्तकों से मिलकर परिवार के विवाद को शान्त करने की राह खोज ली है।

यादवी कुनबे के इस विवाद को शान्त करने में चाची सरला की कढ़ी सबके अवसादग्रस्त मन को शान्त और स्थिरता प्रदान करेगी।

चाची से कढ़ी की फरमाइश

सूत्रों के अनुसार अखिलेश यादव ने चाची सरला से फोन पर संपर्क कर उनसे अपने बचपन की डिश (प्रिय भोज सामग्री) खिलाने का अनुरोध किया है। यह भोज अनुरोध किसी नेता या बड़े हो गये बेटे का नही बल्कि नाबालिग जिद्दी बच्चे की मां से पसन्द का भोजन मांगने की गुहार है। चाची (मां) ने बच्चे की इस मांग को पूरा करने के लिए अपना पूरा ममत्व उंडेला है।

चाची मां ने बच्चे के दुलार को अगली पीढ़ी तक बढ़ाते हुए बहु डिम्पल और साथ में पोते-पोतियों को भी अपने हाथ से भोजन कराने की हामी भरी है। बच्चा बड़ा हो जाय, रूठ जाय या कही दूर चला जाय परन्तु उसकी एक आवाज में मां का ममत्व उसके लिए हमेशा वैसा ही बना रहता है। बच्चे के भले के लिए मां अपने पति के समक्ष भी पहाड़ बनकर खड़ी हो जाती है।

कुछ ऐसे ही अल्फाज चाची सरला ने अपने पुत्र सदृश्य अखिलेश के भोजन की फरमाइश पर जाहिर किये। फोन से एक शब्द सुनते ही चाची मां ने बेटे को ऐसा दुलराया कि बेटा, मां के दुलार में लोट-पोट हो गया। बेटे-मां की इस बातचीत और आमन्त्रण में तीसरे का अभी कोई संयोग नही है। यही नही मां ने बेटे के भोज आमन्त्रण पर अपने पति शिवपाल सिंह यादव तथा अपने स्वयं पुत्र आदित्य यादव से भी किसी तरह की सलाह लिए बगैर अपने स्तर से ही उसे बड़ा आमन्त्रण दे दिया।

कड़वाहट भुलाएगा कढ़ी का स्वाद

यह स्थिति तब है जब भतीजे अखिलेश और चचा शिवपाल के बीच पिछले कई माह से वाक युद्ध ही नही चल रहा है बल्कि आमने-सामने होने पर देखा-देखी की स्थिति पैदा हो जाती है। ऐसे पारिवारिक दुराग्रह एवं राजनीतिक कटुता के बीच मां-बेटे का भोज मिलन प्रदेश की राजनीति को नया आयाम देगा।

यादवी परिवार के सूत्रों के अनुसार अखिलेश शीघ्र ही चाची मां सरला के घर सपरिवार भोजन करने जाएंगे। अखिलेश को चाची मां के हाथ की कढ़ी बचपन से पसन्द है जिसकी उन्होंने भोजन में चाची से फरमाइश की है। हो सकता है कि इस भोज आमन्त्रण में फिलहाल शिवपाल शामिल न हों, परन्तु आदित्य मौजूद रहेंगे।

अखिलेश अपने छोटे भाई आदित्य को चाची के साथ घर बुलाएंगे। इस भोज आमन्त्रण के बाद समाजवादी पार्टी में आदित्य को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

रामगोपाल की गांठ

यह राह निकली तो फिर चचा शिवपाल और पिता मुलायम सिंह यादव के गुस्से को शान्त कराकर पारिवारिक विवाद को शान्त करने की पहल शुरू हो जाएगी।

इस पहल में फिलहाल रामगोपाल को अभी अवरोध माना जा रहा है परन्तु अखिलेश इन सब पहलुओं को एक-एक धागे की गांठ सुलझा कर शान्त करने की पहल चाहते हैं।

 

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