निहंग सरवजीत सिंह ने कहा-" मुझे सिंह को क़त्ल करने का कोई पछतावा नहीं है
बीती सुबह कल पुलिस बैरिकेड से एक लाश लटकी हुई बरामद हुई, जिसकी पहचान लखबीर सिंह के नाम से हुई, लखबीर सिंह 35 वर्ष पंजाब के तरण तारण ज़िलें के रहने वाले थे।
बता दें की बीती सुबह कल पुलिस बैरिकेड से एक लाश लटकी हुई बरामद हुई, जिसकी पहचान लखबीर सिंह के नाम से हुई, लखबीर सिंह 35 वर्ष पंजाब के तरण तारण ज़िलें के रहने वाले थे। लाश इस हालत में बरामद हुई की उसको देख पाना बहुत मुश्किल था, सिंह का उल्टा हाथ और सीधा पैर काटा हुआ था। लाश पुलिस बैरिकेड से लटकाई गई थी।
सिंह दलित समुदाय से थे। वो किसान मोर्चा में किसानों के साथ MSP बिल का विरोध कर रहे थे। इस क़त्ल की असल वजह अभी तक सामने नहीं आयी है, ऐसे में किसी का क़त्ल हो जाना किसानों के लिए बहुत ही संकट की बात है। ये किसानों को सोचने पर मजबूर कर रहा है क्या वो खुलकर विरोध भी नहीं कर सकते? क्या वो सुरक्षित हैं?
निहंग ने कल पुलिस को सरेंडर किया था। आज निहंग को कोर्ट में हाज़िर किया गया, जिसके बाद अधिकारीयों ने दलील दी कि निहंग ने दो और लोगो का नाम लिया है। उनको अभी तक पकड़ा नहीं गया है। ना ही क़त्ल के हथियार बरामद हुए हैं । इसलिए हमें 14 दिन की पुलिस कस्टडी दी जाये, जिसके बाद कोर्ट ने निहंग को 7 दिन कि पुलिस कस्टडी में भेज दिया। निहंग के सरेंडर के बाद एक वीडियो वायरल हुआ जिसमे एक पत्रकार ने उनसे सवाल किया- 'क्या आपको इस क़त्ल का कोई पछतावा है'? इसके जवाब देने में निहंग ने कोई ख़ास दिलचस्पी नहीं दिखाई और हाथ हिलाते हुए नहीं कहा।
जैसे ही सिंह के इस क्रूर क़त्ल की खबर सामने आयी वसे ही 3 वीडियो वायरल हुए। पहले वीडियो में सिंह का हाथ काटा हुआ है और खून बह रहा है और निहंग उनकी बॉडी को घेर कर खड़े हैं। वहीं दूसरे वीडियो में उनको मरता हुआ रिकॉर्ड किया गया और तीसरे वीडियो मे उनको पैर को मांस के टुकड़े की तरह टांगा गया। क़त्ल की कोई ठोस वजह सामने नहीं आयी है । लेकिन सूत्रों के मुताबिक सिंह का क़त्ल इसलिए किया गया क्योंकि सिंह ने गुरु ग्राथ साहिब, जो की सिख लोगो की पवित्र किताब है, को अपवित्र करने की कोशिश की । सह निहंग को बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने सिंह का क़त्ल कर दिया।
वही सिंह के गांव के लोगों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वह ऐसा इंसान नहीं था जो कि हमारी पवित्र किताब गुरु ग्रंथ साहिब को अपवित्र करें, उसको जरूर फसाया गया था, या फिर उसको किसी चीज का लालच दिया गया था या फिर यह सब करने के लिए धमकाया गया था। संयुक्त किसान मोर्चा जो कि इस किसान आंदोलन को लीड कर रही है , उसने अपना कोई भी संबंध इस कत्ल से या फिर निहंग से होने से साफ इंकार किया है। SKM ने कहा कि मैं यह बात साफ करना चाहता हूं कि निहंग से या फिर सिंह से हमारा कोई रिश्ता नहीं है। इस सब का किसान आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है , जो अपराधी है उसको सजा दी जाए और इसमें हम पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे।