व्यवस्था के प्रति योगी गम्भीर

मुख्यमंत्री बनने के साथ ही योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा था। योगी का कहना था कि कानून व्यवस्था ठीक रहने पर ही प्रदेश...

Update: 2020-07-04 17:29 GMT

लखनऊ: मुख्यमंत्री बनने के साथ ही योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा था। योगी का कहना था कि कानून व्यवस्था ठीक रहने पर ही प्रदेश का विकास हो सकता है। इस दिशा में उनकी सरकार ने अनेक प्रयास किये। जिसके चलते संगठित अपराध पर अंकुश लगा। इसके बाद ही निवेशकों ने उत्तर प्रदेश में दिलचस्पी दिखाई थी। इस दौरान हजारों करोड़ के निवेश प्रस्तावों का शिलान्यास भी संभव हुआ। लेकिन कानपुर की घटना विचलित करने वाली रही।

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शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा

योगी आदित्यनाथ ने इस पर गम्भीर रुख दिखाया है। अपराधियों शिकंजा कसने के लिए सरकार कटिबद्ध है। योगी ने कानपुर में कहा कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस घटना के अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। उनको सख्त से सख्त दण्ड दिया जाएगा। योगी ने बहादुर जवानों की शहादत को नमन किया। कहा कि शोक की इस घड़ी में प्रदेश सरकार शहीदों के परिजनों के साथ है।

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कहा कि वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लगातार छापेमारी कर रहे हैं। अनेक टीमें गठित की गई हैं। पुलिस मुठभेड़ में दो अपराधी मारे भी गए हैं। पुलिस जवानों के कुछ असलहे भी बरामद हुए हैं। पुलिस के बहादुर जवानों ने स्वयं की परवाह किए बगैर अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है। उन्होंने कहा कि माफिया और आपराधिक प्रकृति के तत्वों के खिलाफ जो अभियान वर्तमान में चलाया जा रहा है, उसी के क्रम में यह टीम दबिश देने गई थी। शासकीय व्यवस्था के सुचारु संचालन के लिए उत्तरदायी प्रत्येक कर्मी और उसके परिवार के सुख दुःख में सदैव उनके साथ है।

शहीदों के परिजनों को एक एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता

जिन लोगों ने भी इस घटना को अंजाम दिया है, उन्हें कानून के मुताबिक इस घटना की सजा भी भुगतनी होगी। मुख्यमंत्री जी शहीदों के परिजनों को एक एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। शहीदों के परिवार को असाधारण पेंशन तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।

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लखनऊ में योगी ने कोरोना आपदा कार्यों के व्यवस्थित संचालन पर जोर दिया। कहा कि कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए हर स्तर पर सतर्क व सावधान रहना आवश्यक है। अनलाॅक के दौरान संचालित विभिन्न गतिविधियों में संक्रमण से सुरक्षा सम्बन्धी प्रोटोकाॅल का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी के नियम का पालन अपरिहार्य है। सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए लोगों को प्रेरित व प्रोत्साहित किया जाएगा। कोरोना के संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में जनता को जागरूक करने के लिए प्रचार। प्रसार की कार्यवाही जारी रहेगी।

कोविड हेल्प डेस्क का संचालन

कन्टेनमेंट जोन में पूरी सख्ती रहेगी। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि कन्टेनमेंट जोन में लोगों को आवश्यक सामग्री की उपलब्धता में कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े। समस्त सरकारी एवं निजी संस्थाओं में कोविड हेल्प डेस्क का संचालन होगा। अधिक से अधिक टेस्टिंग के उद्देश्य से रैपिड एन्टीजन टेस्ट को बढ़ावा दिया जाएगा। पांच जुलाई से प्रारम्भ हो रहे खाद्यान्न वितरण अभियान के व्यवस्थित संचालन हेतु मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है। कहा कि खाद्यान्न वितरण कार्य में कहीं भी घटतौली अथवा अन्य कोई अनियमितता नहीं होनी चाहिए। योगी आदित्यनाथ प्रदेश में सभी प्रकार की व्यवस्था सुनिश्चित रखने के प्रति गम्भीर है।

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