गाजीपुर : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती 18 सितंबर से मंडलवार कार्यकर्ता सम्मेलन कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की पोल खोलेंगी।
बसपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि देश-प्रदेश में हिंदू-मुसलमान को बांटकर राजनीति करने वालों की पोल खोली जाएगी। उन्होंने दावा किया है कि उप्र में सांप्रदायिक ताकतों से बसपा ही लड़ेगी।
अंसारी ने कहा, "बसपा बहन मायावती के नेतृत्व में एक बार फिर खड़ी हो रही है। पुराने कामचोर, अवसरवादी नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। युवाओं को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।"
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उन्होंने कहा कि बैकवर्ड, अल्पसंख्यक और ब्राह्मण समाज सहित सर्वसमाज को बसपा में समाहित कर एक बार फिर बसपा को बुलंदी पर लाने का प्रयास हो रहा है।
समाजवादी पार्टी की बात करते हुए उन्होंने कहा, "सपा बड़ी पार्टी है, लेकिन उसका नेतृत्व छोटा है, जिसकी वजह से पार्टी में उथल-पुथल मचा हुआ है। अधिकांश वरिष्ठ नेता सपा के राष्ट्रीय नेतृत्व पर विश्वास नहीं करते हैं। वह समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव में अपना आस्था और विश्वास रखते हैं।"
अंसारी ने कहा, "सपा का राष्ट्रीय नेतृत्व जिस तरह से मुलायम सिंह और शिवपाल यादव को महत्वहीन कर समाप्त करने का प्रयास कर रहा है, उससे दुखी होकर सपा के बड़े नेता दूसरे दलों की तरफ पलायन कर रहे हैं। सपा अध्यक्ष का सीधा टारगेट मुलायम सिंह और शिवपाल यादव हैं। वह इन दोनों नेताओं को हर हाल में राजनीतिक क्षितिज पर मिटाना चाहते हैं।"
उन्होंने कहा, "सपा ने भाजपा के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। समाजवादी पार्टी घर के दंगल में ही व्यस्त है। उसे प्रदेश की जनता के दुख-दर्द से कुछ लेना-देना नहीं है।"