BJP के इस विधायक ने की हदें पार, अनुशासनहीनता चरम पर, ये है वजह...

इन दिनों भाजपा विधायक डॉ राधामोहन दास अग्रवाल का एक आडियो वायरल हुआ है जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने उन्हे नोटिस भेजकर एक हफ्ते के अदर अपना पक्ष रखने को कहा है।

Update: 2020-08-28 06:26 GMT
BJP के इस विधायक ने की हदें पार, अनुशासनहीनता चरम पर, ये है वजह...

श्रीधर अग्निहोत्री

लखनऊ: प्रदेश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की अनुशासनहीनता दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। सत्ता व संगठन के प्रयासों के बाद भी इस तरह के मामले लगातार सामने आ चुके हैं। अब गोरखपुर नगर के विधायक डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल के नए मामले ने पार्टी के लिए जहां मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वहीं इस तरह की गतिविधियां आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए चुनौती से कम नहीं होगें।

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भाजपा विधायक डॉ राधामोहन दास अग्रवाल का एक आडियो वायरल हुआ है

इन दिनों भाजपा विधायक डॉ राधामोहन दास अग्रवाल का एक आडियो वायरल हुआ है जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने उन्हे नोटिस भेजकर एक हफ्ते के अदर अपना पक्ष रखने को कहा है। चार बार से विधायक बनते आ रहे डॉ राधामोहन दास अग्रवाल ने कहा है कि उन्हे अभी नोटिस नहीं मिला है। मिलने पर जवाब दिया जाएगा। दिलचस्प बात यह है कि ये वही डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल हैं जो कभी भाजपा विधानमंडल दल के मुख्य सचेतक हुआ करते थें।

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अखिलेश सरकार को घेरने में सबसे आगे डॉ राधामोहन दास अग्रवाल ही हुआ करते थें

जब प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो उन्हे मंत्री भी नहीं बनाया गया। जबकि समाजवादी पार्टी की सरकार में जब भाजपा विपक्ष में थी तो विधानसभा में अखिलेश सरकार को घेरने में सबसे आगे डॉ राधामोहन दास अग्रवाल ही हुआ करते थें। सबको उम्मीद थी कि डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल को सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी। पर न तो उन्हे मंत्री पद मिला और न ही कोई बड़ी जिम्मेदारी मिली। इसके बाद से वह लगातार अपनी उपेक्षा से आहत हैं। उनकी नाराजगी भी कई बार परिलक्षित हो चुकी है। अभी कुछ दिनों पहले वह गोरखपुर में अपनी ही सरकार के खिलाफ सड़कों पर आंदोलन करते देखे जा चुके हैं।

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भाजपा में यह कोई पहला मामला नहीं है जिसमें पार्टी विधायक की तरफ से अनुशासनहीनता की बात सामने आयी हो, इसके पहले भी इसी साल अप्रैल महीने में सीतापुर सदर सीट से पार्टी विधायक राकेश राठौर के वायरल आडियो का संज्ञान लेते हुए भारतीय जनता पार्टी उन्हें नोटिस जारी कर चुकी है। इसके अलावा कुछ दिनों पहले ही सोशल मीडिया पर संगठन व सरकार के खिलाफ टिप्पणी करने वाले दो विधायकों गोपामऊ (हरदोई) के श्याम प्रकाश और बरहज (देवरिया) को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका है। अब इस पर इन विधायकों ने अपना क्या पक्ष रखा। इस बात की जानकारी तो सार्वजनिक नहीं हुई पर इतना तो तय है कि भाजपा के इन विधायकों की कार्यशैली ने भाजपा हाईकमान के लिए जरूर दिक्कते पैदा कर दी है।

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