भाजपा के कार्यकाल में बढ़ी देश में साम्प्रदायिकता: सांसद मौलाना असरारुल हक

Update: 2018-10-15 10:46 GMT

सहारनपुर: दारुल उलूम देवबंद की मजलिस-ए-शूरा के सदस्य और बिहार की किशनगंज सीट से सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी ने कहा कि भाजपा के साढे चार साल के कार्यकाल में देश में सिर्फ सांप्रदायिकता बढ़ी है। जबकि देश के विकास के लिए सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया है।

 

मजलिस में शिरकत करने पहुंचे थे सांसद

 

दारुल उलूम में हुई मजलिस-ए-शूरा की बैठक में शिरकत करने पहुंचे मौलाना असरारुल हक कासमी ने पत्रकारों से बाचतीत में कहा कि भाजपा सरकार में विशेष तौर पर मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। कभी लव जेहाद, कभी घर वापसी तो कभी गाय के नाम पर मुस्लिम नौजवानों पर जानलेवा हमले हो रहे है। प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए सांसद ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने के लिए कभी मुगल सराय स्टेशन का नाम बदलते है तो कभी इलाहाबाद का नाम बदलने की बात की जाती है। उन्होंने योगी सरकार द्वारा प्रदेश में चार हजार उर्दू शिक्षकों की बहाली को रद्द किए जाने को शर्मनाक बताते हुए कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि योगी आदित्यनाथ और उनकी हुकूमत मुसलमानों के खिलाफ है। यूपी के बागपत में हुई धर्म परिवर्तन की घटना पर मौलाना ने कहा कि आज के दौर में भी ऐसे मुसलमान मौजूद है जो अपने दीन और ईमान से नावाकिफ है और समाजी परेशानियों की वजह से धर्म परिवर्तन तक करने को तैयार हो जाते है। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में मुस्लिम लड़कियों द्वारा हिंदू लड़कों से शादी किए जाने की घटनाएं अफसोसनाक है। इसके लिए उन लड़कियों के परिजन दोषी है जिन्होंने अपने बच्चों को दीनी तालीम से दूर रखा।

 

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