Delhi Election 2025: लुभावने वादों के जरिए चुनाव जीतने की कवायद, भाजपा, आप और कांग्रेस में मुफ्त की स्कीमों की होड़

Delhi Election 2025: दिल्ली में आम आदमी पार्टी को पिछले चुनाव में मिली जीत में मुफ्त की स्कीमों की बड़ी भूमिका मानी जाती रही है। आप ने इस बार दिल्ली में किराए पर रहने वाले लोगों के लिए 200 यूनिट बिजली और 21,000 लीटर फ्री पानी देने का ऐलान किया है।;

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2025-01-30 11:43 IST

Arvind Kejriwal, PM Modi, Rahul Gandhi  (photo: social media )

Delhi Election 2025: दिल्ली के विधानसभा चुनाव में इस बार लुभावने वादों के जरिए चुनावी बाजी जीतने की होड़ मची हुई है। भाजपा,आम आदमी पार्टी और कांग्रेस तीनों दलों में से कोई भी मुफ्त की घोषणाएं करने में पीछे नहीं दिख रहा है। युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं और ऑटो रिक्शा चालकों का समर्थन हासिल करने के लिए तीनों दलों ने तमाम मुफ्त की घोषणाओं का ऐलान कर रखा है।

दिल्ली के विधानसभा चुनाव में इस बार काफी कड़ा मुकाबला हो रहा है और इस कारण तीनों दल कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहते। दिल्ली के मतदाता इन मुफ्त की घोषणाओं के भंवर में फंसे हुए हैं। इन घोषणाओं का असर तो 8 फरवरी को मतगणना के दिन ही पता चलेगा मगर इतना जरूर है कि इस बार के चुनाव में मुफ्त की स्कीमें चुनावी मुद्दों पर भारी पड़ती दिख रही हैं।

मुफ्त बिजली और पानी का मुद्दा

दिल्ली में आम आदमी पार्टी को पिछले चुनाव में मिली जीत में मुफ्त की स्कीमों की बड़ी भूमिका मानी जाती रही है। आप ने इस बार दिल्ली में किराए पर रहने वाले लोगों के लिए 200 यूनिट बिजली और 21,000 लीटर फ्री पानी देने का ऐलान किया है। कांग्रेस का कहना है कि दिल्ली में सरकार बनने की स्थिति में यहां के लोगों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी। भाजपा ने आप से हिसाब बराबर करने के लिए बड़ा ऐलान किया है। पार्टी का कहना है कि दिल्ली में सरकार बनने की स्थिति में केजरीवाल सरकार की बिजली और पानी जैसी मुफ्त की स्कीमों को जारी रखा जाएगा।


महिला वोट बैंक के लिए तीखी जंग

अब चुनाव में महिला वोट बैंक की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो गई है। हरियाणा और महाराष्ट्र में भाजपा की जीत के पीछे इस वोट बैंक की बड़ी भूमिका मानी जाती रही है। दिल्ली के विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा लड़ाई महिलाओं का समर्थन हासिल करने के लिए हो रही है और इसलिए तीनों दलों ने महिलाओं के लिए बड़ा ऐलान कर रखा है। आम आदमी पार्टी ने महिला सम्मान योजना के तहत महिलाओं को 2100 रुपए प्रति माह देने का ऐलान किया है।

भाजपा ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए महिला समृद्धि योजना के तहत महिलाओं को 2500 रुपए प्रति माह देने की घोषणा की है। इसके साथ ही पार्टी ने मुख्यमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना की भी घोषणा की है, जिसमें गर्भवती महिलाओं को 21,000 रुपये की आर्थिक सहायता और छह पोषण किट की मदद देने का ऐलान भी किया है।

पार्टी ने महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की योजना को जारी रखने की भी घोषणा की है। महिला वोट बैंक पर कांग्रेस की भी निगाहे हैं और इसलिए पार्टी ने चुनाव जीतने पर महिलाओं को ढाई हजार रुपए प्रति माह देने का वादा किया है।


बुजुर्ग मतदाताओं को लुभाने की होड़

दिल्ली में बुजुर्ग मतदाताओं पर डोरे डालने के लिए भी तीनों दलों में होड़ दिख रही है। आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने संजीवनी योजना का ऐलान किया है जिसके तहत दिल्ली के बुजुर्गों को मुफ्त इलाज मिलेगा। आप का कहना है कि सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों में भी बुजुर्गों के इलाज का खर्चा सरकार ही उठाएगी।

बुजुर्ग मतदाताओं पर भाजपा की भी निगाहे हैं और पार्टी ने आयुष्मान भारत योजना के तहत बुजुर्गों को पांच लाख रुपये तक का इलाज और पांच लाख रुपये का हेल्थ कवर देने का वादा किया है। इस तरह पार्टी बुजुर्गों को 10 लाख रुपए तक का निशुल्क इलाज मुहैया कराएगी। इसके साथ ही 60-70 साल तक के बुजुर्गों को प्रति माह तीन हजार रुपए पेंशन भी दी जाएगी। कांग्रेस की ओर से दिल्ली में सभी को 25 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराने का वादा किया गया है।


युवा मतदाताओं पर भी सभी की निगाहें

युवा मतदाताओं को लुभाने के लिए भी खूब माथापच्ची की गई है। आप की ओर से दिल्ली के छात्र-छात्राओं के लिए बस में मुफ्त सफर का वादा किया गया है। पार्टी की ओर से मेट्रो में भी 50 फ़ीसदी छूट देने के लिए मोदी सरकार को चिट्ठी लिखी गई है। दलित वोट बैंक को आकर्षित करने के लिए इस वर्ग से जुड़े छात्र-छात्राओं को विदेश में पढ़ने के लिए स्कॉलरशिप देने का ऐलान किया गया है।

भाजपा ने वादा किया है कि सरकार बनने की स्थिति में जरूरतमंद छात्रों को सरकारी संस्थानों में केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा मिलेगी। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं को 15,000 रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। आवेदन शुल्क एवं दो बार की यात्रा का खर्च भी सरकार ही उठाएगी। कांग्रेस ने भी युवा मतदाताओं पर डोरे डाले हैं और पार्टी ने युवा उड़ान योजना के तहत शिक्षित युवा बेरोजगारों को 8,500 हजार रुपए प्रति माह देने का ऐलान किया है।


आम आदमी को राहत देने के वादे

महंगाई से आम आदमी को राहत देने के लिए बड़े-बड़े वादे किए गए हैं। भाजपा ने गैस सिलेंडर पर 500 रुपये की सब्सिडी व होली-दिवाली पर मुफ्त गैस सिलेंडर देने का वादा किया है। झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए अटल कैंटीन योजना के तहत पांच रुपए में पौष्टिक भोजन देने की घोषणा भी की गई है।

कांग्रेस का कहना है कि यदि पार्टी की सरकार बनी तो हर महीने 500 रुपए में गैस सिलेंडर मुहैया कराया जाएगा। इसके साथ ही पांच किलो चावल, दो किलो चीनी, एक लीटर तेल, छह किलो दाल और 250 ग्राम चाय पत्ती वाली राशन किट भी मुहैया कराई जाएगी। आम आदमी पार्टी ने अभी तक इस मोर्चे पर कोई बड़ा ऐलान नहीं किया है।


ऑटो चालकों के लिए किए बड़े ऐलान

दिल्ली के चुनाव में ऑटो चालकों की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। भाजपा ने ऑटो और टैक्सी चालकों के लिए ऑटो ड्राइवर कल्याण बोर्ड का गठन करने की बात कही है। इसके साथ ही 10 लाख का जीवन बीमा और पांच लाख तक का दुर्घटना बीमा देने का वादा भी किया गया है। ऑटो चालकों के बच्चों को सरकार की ओर से स्कॉलरशिप भी दी जाएगी।

दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने ऑटो चालकों को 10 लाख रुपये का बीमा देने की घोषणा की है। ऑटो चालकों की बेटी की शादी के लिए एक लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी जबकि उनकी वर्दी के लिए साल में दो बार ढाई-ढाई हजार की आर्थिक मदद मिलेगी। कांग्रेस की ओर से ऑटो चालकों के लिए कोई बड़ा ऐलान तो नहीं किया गया है मगर आने वाले दिनों में कांग्रेस भी अपनी घोषणाओं का पिटारा खोल सकती है।


लुभावने वादों से बाजी जीतने की कोशिश

सियासी जानकारों का मानना है कि दिल्ली के विधानसभा चुनाव में इस बार काफी कड़ा मुकाबला होने के कारण लुभावने वादों के जरिए मतदाताओं को आकर्षित करने की होड़ मची हुई है। दिल्ली में 27 साल का सूखा खत्म करने के लिए भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से मुफ्त की स्कीमों को जारी रखने का ऐलान कराया था। आप की ओर से किए गए लुभावने वादों को काउंटर करने के लिए पार्टी ने भी दिल्ली के लोगों को मुफ्त में तमाम सुविधाएं मुहैया कराने का वादा कर डाला है।

आप और भाजपा की ओर से किए गए आकर्षक वादों के बाद कांग्रेस भी पीछे नहीं दिख रही है। अब यह देखने वाली बात होगी कि विधानसभा चुनाव में लुभावने वादों का कितना असर दिखता है और कौन सी पार्टी अपने वादों के जरिए मतदाताओं में पैठ बनाने में कामयाब हो पाती है।

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