Goa Politics :गोवा में फलेरियो हो सकते हैं टीएमसी का चेहरा, इस्तीफे में दिग्विजय को सरकार न बनने का दोषी बताया

Goa Politics : गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लुइजिन्हो फलेरियो ने कांग्रेस और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Shraddha
Update:2021-09-28 11:39 IST

गोवा में फलेरियो हो सकते हैं टीएमसी का चेहरा (फाइल फोटो - सोशल मीडिया)

Goa Politics :  उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत जिन राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) होने हैं उनमें गोवा भी शामिल है। गोवा (Goa) में अभी तक भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर होती रही है । मगर इस बार आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) और तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) के भी चुनावी मैदान में उतर जाने से कड़ी सियासी जंग के आसार दिख रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने गोवा में भाजपा को टक्कर देने का एलान भी कर दिया है। इस बीच गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लुइजिन्हो फलेरियो (luizinho faleiro) ने कांग्रेस और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।


फलेरियो का कहना है कि मौजूदा सियासी हालात में मुझे कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं दिख रहा है। उन्होंने 2017 में गोवा में कांग्रेस की सरकार न बनने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को दोषी ठहराया है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी की शान में खूब कसीदे पढ़े। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टक्कर देने में सिर्फ ममता बनर्जी ही सक्षम हैं। उनके रुख को देखते हुए अब यह साफ है कि वे जल्द ही टीएमसी का दामन थाम सकते हैं। टीएमसी की ओर से उन्हें सीएम पद का चेहरा भी बनाया जा सकता है।

सियासी अखाड़े में नए पहलवान की एंट्री

गोवा विधानसभा चुनाव के लिए सभी सियासी दलों ने गोटें बिछानी शुरू कर दी हैं। इस बार आम आदमी पार्टी भी पूरी दमदारी से राज्य विधानसभा का चुनाव लड़ने में जुटी हुई है। यही कारण है कि पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गोवा में कई लोकलुभावन घोषणाएं की हैं। उन्होंने गोवा के लोगों को मजबूत और स्थिर सरकार देने का वादा भी किया है।


तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी(फाइल फोटो - सोशल मीडिया)

इस बीच राज्य के सियासी अखाड़े में एक नए पहलवान की भी एंट्री हो गई है। तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने गोवा विधानसभा के चुनाव में टीएमसी के भी उतरने का बड़ा एलान किया है। अभिषेक ने भवानीपुर में कहा कि हम त्रिपुरा और असम पहुंच गए है। अब हम गोवा में भी चुनाव लड़ेंगे।

फलेरियो का कांग्रेस से इस्तीफा

अभिषेक की इस घोषणा के दूसरे दिन ही राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लुइजिन्हो फलेरियो ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जमकर तारीफ करते हुए उन्हें पीएम मोदी के खिलाफ विपक्ष का सबसे बड़ा चेहरा बताया। सियासी जानकारों का कहना है कि अभिषेक के चुनाव लड़ने का एलान और फलेरियो के कांग्रेस से इस्तीफा देने की घोषणा के तार जुड़े हुए हैं। वे जल्द ही टीएमसी में शामिल हो सकते हैं।

ममता ही दे सकती हैं भाजपा को टक्कर

फलेरियो का कहना है कि देश में ममता बनर्जी अकेली स्ट्रीटफाइटर हैं। वहीं भाजपा को टक्कर देने में सक्षम हैं। पीएम मोदी का मुकाबला करने के लिए देश को ऐसे ही नेता की जरूरत है। गोवा की नवेलिम सीट से विधायक फलेरियो ने विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस की ओर से फलेरियो को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया था । मगर विधानसभा चुनाव से पहले ही उन्होंने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है।

गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस ने 2017 के विधानसभा चुनाव में 17 सीटें जीती थी । मगर कांग्रेस के विधायकों की संख्या घटकर अब 4 हो गई है। जुलाई 2019 में कांग्रेस के 10 विधायकों ने एक साथ इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था। इससे समझा जा सकता है कि पार्टी अपने विधायकों को सहेजने में पूरी तरह नाकामयाब साबित हुई है।

दिग्विजय के कारण नहीं बन सकी सरकार

फलेरियो ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कांग्रेस की मौजूदा हालात पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए मुझे कांग्रेस का कोई भविष्य नजर नहीं आता। उन्होंने कहा कि मैंने 40 साल तक पार्टी की सेवा की है । मगर पार्टी की ओर से मुझे बार-बार हतोत्साहित किया गया।


उन्होंने गोवा कांग्रेस में अंतर्कलह होने की बात भी कही है। फलेरियो ने कहा कि 2017 के चुनाव में 17 सीटें जीतने वाली कांग्रेस के पास चार अन्य विधायकों का समर्थन था । मगर फिर भी भाजपा ने सरकार बनाते हुए बहुमत साबित कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास बहुमत के लिए जरूरी 21 विधायकों का समर्थन था । मगर तत्कालीन कांग्रेस प्रभारी दिग्विजय सिंह ने मुझे राज्यपाल के पास जाने से रोक दिया। उन्होंने 24 विधायकों के समर्थन तक इंतजार करने को कहा। इसके बाद भाजपा ने बड़ा खेल करते हुए बहुमत का आंकड़ा जुटाकर राज्य में सरकार बना ली। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह का कारण हुए इस घटनाक्रम के कारण मुझे करारा झटका लगा।

हाईकमान पर लगाए आरोप

फलेरियो ने कहा कि भाजपा ने कांग्रेस के आपसी मतभेदों का फायदा उठा कर सरकार बनाने में कामयाबी हासिल की।उन्होंने कहा कि पिछले साढे 4 साल के दौरान मैंने पार्टी को जोड़ने और मजबूत बनाने का पूरा प्रयास किया है मगर हाईकमान की ओर से मुझे हमेशा नजरअंदाज किया गया।

फलेरियो के इस्तीफे के बाद अब उनके जल्द टीएमसी में जाने की सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं। माना जा रहा है कि वे जल्द ही कोलकाता जाकर टीएमसी का दामन थाम सकते हैं। फलेरियो के टीएमसी में शामिल होने से गोवा में नए राजनीतिक समीकरण बनने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

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