Maharashtra: हरियाणा के बाद महाराष्ट्र की हार, लगातार फीकी पड़ रही कांग्रेस की चमक, भाजपा से सीधे मुकाबले वाली 65 सीटों पर हार
Maharashtra: 2014 से 2024 के बीच कराए गए 62 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस 47 चुनावों में हार का सामना कर चुकी है। भाजपा से सीधे मुकाबले वाली सीटों पर कांग्रेस लगातार कमजोर साबित हो रही है।
Maharashtra: हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस का प्रदर्शन काफी खराब रहा है। झारखंड में इंडिया गठबंधन ने जरूर जीत हासिल की है मगर इस जीत में झामुमो नेता हेमंत सोरेन के मजबूत नेतृत्व को बड़ा कारण माना जा रहा है। झामुमो का सहयोगी दल होने का कांग्रेस को भी फायदा मिला है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 99 सीटें मिलने के बाद माना जा रहा था कि पार्टी अब ताकतवर बनकर उभरेगी मगर हरियाणा के बाद महाराष्ट्र में भी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है।
2014 से 2024 के बीच कराए गए 62 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस 47 चुनावों में हार का सामना कर चुकी है। भाजपा से सीधे मुकाबले वाली सीटों पर कांग्रेस लगातार कमजोर साबित हो रही है। हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भी यही नजारा देखने को मिला है। महाराष्ट्र में 75 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला था और इनमें से 65 सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई है। कांग्रेस सिर्फ 10 सीटों पर अपनी ताकत दिखा सकी।
हरियाणा में लगा था बड़ा झटका
लोकसभा चुनाव के बाद वापसी करती दिख रही कांग्रेस को कुछ समय के भीतर ही दो बड़े झटकों का सामना करना पड़ा है। हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को विजेता के तौर पर देखा जा रहा था मगर भाजपा ने बाजी पलटते हुए कांग्रेस को करारा झटका दिया था। हरियाणा के तमाम एग्जिट पोल में कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना जताई गई थी मगर नतीजे के दिन बाजी पलट गई।
उल्लेखनीय बात यह रही कि भाजपा ने कांग्रेस को हराते हुए लगातार तीसरी बार सरकार बनाने में कामयाबी हासिल की। हरियाणा में राहुल गांधी ने कई दिनों तक डेरा डाले रखा था। भाजपा के खिलाफ महंगाई, एंटी इनकंबेंसी और किसान आंदोलन का असर दिखने की संभावना थी मगर पार्टी ने बेहतर रणनीति के साथ कांग्रेस को करारी शिकस्त दी।
अब महाराष्ट्र में कांग्रेस का बेहद खराब प्रदर्शन
महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस महाविकास अघाड़ी गठबंधन के तहत चुनावी अखाड़े में उतरी थी। कांग्रेस ने गठबंधन के तहत सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ा था मगर कांग्रेस का चुनावी प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। कांग्रेस के कई नेता प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले को मुख्यमंत्री पद का दावेदार मान रहे थे मगर नाना पटोले भी किसी तरह 208 मतों से जीत हासिल करने में कामयाब हो सके। मतगणना के दौरान वे कई बार पिछड़ गए थे।
महाराष्ट्र में कांग्रेस की इतनी बुरी हालत हुई की पार्टी सिर्फ 20 सीटों पर जीत हासिल कर। मराठवाड़ा और विदर्भ से पार्टी को काफी उम्मीदें थीं मगर इन दोनों इलाकों में पार्टी को करारा झटका लगा है।
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने 13 सीटों पर जीत हासिल करते हुए महाराष्ट्र में अपनी ताकत दिखाई थी। कांग्रेस के इस प्रदर्शन के बाद विधानसभा चुनाव को लेकर काफी उम्मीदें थीं मगर चुनावी नतीजे में कांग्रेस काफी कमजोर साबित हुई है।
भाजपा से सीधे मुकाबले में करारी शिकस्त
महाराष्ट्र में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधे मुकाबले वाली सीटों पर सबकी निगाहें लगी हुई थीं। भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने अपने-अपने गठबंधन में सबसे अधिक सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। 75 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला हुआ जिसमें कांग्रेस फिसड्डी साबित हुई। सीधे मुकाबले वाली सीटों में भाजपा ने 65 सीटों पर कब्जा कर लिया जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 10 सीटें ही आ सकीं।
जहां एक ओर कांग्रेस काफी कमजोर साबित हुई है वहीं दूसरी ओर भाजपा की ताकत में काफी बढ़ोतरी हुई है। 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने महाराष्ट्र की 122 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि 2019 के चुनाव में भाजपा को 105 सीटों पर जीत मिली थी। अब 2024 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 132 सीटों पर जीत हासिल करते हुए महाराष्ट्र में अपनी पकड़ साबित कर दी है।
पिछले चुनाव से भी कमजोर हो गई कांग्रेस
महाराष्ट्र में कांग्रेस कितनी कमजोर होती जा रही है,इसे पिछले तीन विधानसभा चुनावों से समझा जा सकता है। 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 42 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सीटों की संख्या बढ़कर 44 हो गई थी। इस बार कांग्रेस ने और अधिक सीटों की उम्मीद पाल रखी है थी मगर इस बार के चुनाव नतीजे में कांग्रेस की हालत काफी पतली हो गई है और पार्टी के खाते में सिर्फ 15 सीटें आई हैं। इस तरह कांग्रेस पिछले चुनाव से आधी सीटें भी नहीं जीत सकी है।
कांग्रेस के प्रदर्शन से दिग्गज नेता भी हैरान
महाराष्ट्र के चुनाव नतीजे ने कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को भी हैरान कर दिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी दोनों का कहना है कि हमें महाराष्ट्र में ऐसे नतीजे की उम्मीद नहीं थी। अब हर चुनाव की तरह इस बार भी कांग्रेस नेताओं की ओर से हार के कारणों का विश्लेषण किए जाने की बात कही गई है। हालांकि लगातार मिल रही हार के बाद अभी तक किए गए विश्लेषण के बाद पार्टी नेतृत्व की ओर से क्या कदम उठाए गए हैं,इसकी जानकारी आज तक किसी को नहीं है।