जौनपुर: मुन्ना बजरंगी के मर्डर के दस दिन बाद अब करणी सेना इस मामले में कूद गई है। करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह वीरू ने कहा कि मुन्ना बजरंगी की हत्या का सीबीआई जांच हो। बागपत जेल में जिस तरह से मुन्ना बजरंगी की हत्या की गयी उसका खुलासा सिर्फ सीबीआई जांच से ही हो सकता है। करणी सेना योगी सरकार से मांग करती है कि वे मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की सीबीआई जांच के आदेश दें। अन्यथा सिर्फ प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर करणी सेना बड़ा आंदोलन करेगी।
हत्या एक सोंची समझी साजिश
करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह वीरू ने कहा कि मुन्ना बजरंगी की जिस तरह से बागपत जेल में हत्या किया गया है वह एक सोची समझी साजिश प्रतीत हो रहा है। ऐसे में सरकार को यह बताना होगा कि इस हत्याकांड के पीछे किसका हाथ था। करणी सेना हमेशा क्षत्रियों के साथ-साथ समाज में जिनके साथ भी अन्याय हो रहा है उनको न्याय दिलाने के लिए आंदोलन करती है और आगे भी करती रहेगी। मुन्ना बजरंगी के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए वीर प्रताप सिंह ने कहा कि 21 जुलाई को मुन्ना बजरंगी की तेरहवीं में शामिल होने राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ संगठन के कई पदाधिकारी पहुंचेंगे। मुन्ना बजरंगी के परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए करणी सेना साथ खड़ी है। जिस तरह से शासन प्रशासन की मिलीभगत से इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है उसका यदि सही से खुलासा सीबीआई जांच द्वारा नहीं कराया गया तो हम लोग चुप नहीं बैठेंगे।
युवाओं का बढ़ रहा करणी सेना में क्रेज
प्रदेश महासचिव विराज ठाकुर ने कहा कि आज का युवा करणी सेना के साथ जुड़कर शासन-प्रशासन के दमन के खिलाफ आवाज उठाने के लिए सड़कों पर उतरने को बेताब है। जिस तरह से एक के बाद एक सरकार क्षत्रियों का उत्पीड़न कर रही है उसे करणी सेना बर्दाश्त नहीं करेगी। खासतौर पर मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जब तक सीबीआई जांच सरकार नहीं कराती है तब तक चैन से नहीं बैठेंगे। इसके पहले प्रदेश अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह वीरू का पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष दीपक सिंह सोनू, सुधांशू सिंह, ऋतुराज सिंह, चुन्नू सिंह, अतुल सिंह, राजन सिंह, विकास सिंह, अर्पित सिंह, हर्षित सिंह, शुभम सिंह, शिवम, राणा सिंह, सतीश सिंह, रोशन सिंह सौरभ सिंह, विजय सिंह, चंचल सिंह आदि उपस्थित रहे।