सर्वाधित मत प्रतिशत वाले मतदान केंद्र का राजभवन में सत्कार किया जायेगा
नाईक ने चरैवेति! चरैवेति!!’ श्लोक को उद्धृत करते हुए कहा कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती और जो हार नहीं मानता, वही सफलता प्राप्त करके आगे बढ़ता है।
राज्यपाल ने शुआ फातिमा पब्लिक गल्र्स इण्टर काॅलेज के वार्षिक उत्सव का उद्घाटन किया
लखनऊः राज्यपाल राम नाईक ने बालिकाओं से कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा जनतांत्रिक देश है। बच्चे अपने स्तर से अपने परिजनों को मतदान के लिए प्रेरित करें। चुनाव मतदाता के मतदान की भागीदारी से ही सम्पन्न होते हैं। ऐसे समय में मतदान सर्वश्रेष्ठ दान है।
मतदान सबसे बड़ा राष्ट्रधर्म है। लोकतंत्र में मत का बहुत महत्व है। एक मत से सरकार बनती है और गिरती है। उन्होंने कहा कि लोकसभा 2019 के चुनाव में सबसे अधिक मत प्रतिशत वाले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र, वार्ड एवं क्षेत्र पंचायत तथा सर्वाधित मत प्रतिशत वाले केन्द्र से जुड़े लोगों का राजभवन में सत्कार किया जायेगा।
राज्यपाल राम नाईक ने आज शुआ फातिमा पब्लिक गल्र्स इण्टर काॅलेज लखनऊ के वार्षिक उत्सव के अवसर पर कहा कि उनके प्रयास से उच्च शिक्षा प्रदान करने वाले सभी राज्यकीय विश्वविद्यालय पटरी पर आ गए हैं। कुलपतियों के सहयोग से समय पर प्रवेश, पढ़ाई, परीक्षा, परीक्षाफल घोषणा और दीक्षान्त समारोह आयोजित किये जा रहे हैं।
56 प्रतिशत उपाधियाँ छात्राओं ने प्राप्त की
2017-18 व 2018-19 में एक नया चित्र देखने को मिला है। वर्ष 2018-19 में सम्पन्न हुए दीक्षान्त समारोह में कुल 12,78,985 विद्यार्थिंयों को विभिन्न पाठयक्रमों की उपाधियाँ वितरित की गई जिनमें से 7,14,764 अर्थात 56 प्रतिशत उपाधियाँ छात्राओं ने प्राप्त की। उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये 66 प्रतिशत पदक छात्राओं को मिले हैं।
सम्पन्न हुये दीक्षांत समारोह में डाॅ0 भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में 85 प्रतिशत, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर 82 प्रतिशत तथा महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी एवं छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर में 81 प्रतिशत पदक छात्राओं द्वारा अर्जित किये गये हैं।
उचित वातावरण और सही प्रोत्साहन मिलता है तो बेटियाँ स्वयं को सिद्ध कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में बेटियों को सशक्त बनाने की आवश्यकता है।
चरैवेति! चरैवेति!!’
नाईक ने चरैवेति! चरैवेति!!’ श्लोक को उद्धृत करते हुए कहा कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती और जो हार नहीं मानता, वही सफलता प्राप्त करके आगे बढ़ता है। निरन्तर आगे बढ़ने वाले ही जीवन में सफल होते हैं।
विद्यार्थियों का धर्म शिक्षा ग्रहण करना है। केवल किताबी कीडे़े न बनें। उन्होंने व्यक्तित्व विकास के चार मंत्र बताते हुये कहा कि सदैव मुस्कुराते रहें, दूसरों की सराहना करना सीखें, दूसरों की अवमानना न करें ।
कार्यक्रम में संस्थापक प्रो0 शारिब रूदौलवी, डाॅ0 अम्मार रिज़वी, श्री वक़ार रिज़वी सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखें। राज्यपाल ने काॅलेज की मेधावी छात्राओं को स्मृति चिन्ह प्रदान किया