सपा की हार पर मुलायम के निशाने पर अखिलेश, कहा-...लेकिन मेरे साथ वाले तो सभी जीते

Update: 2017-03-12 09:10 GMT
अयोध्या फायरिंग मामले में मुलायम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका

लखनऊ: यूपी में समाजवादी पार्टी (सपा) को मिली करारी हार पर पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा कि अगर अखिलेश कांग्रेस पार्टी से गठबंधन नहीं करते, तो सपा की जीत पक्की थी। मुलायम सिंह यादव बोले, 'यदि प्रदेश में सपा-कांग्रेस गठबंधन नहीं होता तो समाजवादी पार्टी की ही सरकार बनती।'

इतना ही नहीं मुलायम सिंह यादव ने यह भी कहा कि उन्होंने कभी भी गठबंधन का समर्थन नहीं किया था। मुलायम ने कहा, ‘जो कोई भी कह रहा है कि मैंने गठबंधन को सपोर्ट किया था वह झूठ बोल रहा है, मैंने सबके सामने गठबंधन पर अपना विरोध जताया था, कांग्रेस को यहां कोई पसंद नहीं करता, उसकी क्या जरूरत थी जबकि 2012 में पूर्ण बहुमत के साथ हम लोग सरकार में आए थे।’

गौरतलब है कि शनिवार को चुनाव परिणाम में सपा की हार स्पष्ट दिखने लगी थी तब शिवपाल यादव ने भी इसी पार्टी की नहीं अहंकार की हार बताया था।

ये भी पढ़ें ...शिवपाल ने निकाली अखिलेश पर भड़ास, कहा- समाजवादियों की नहीं, घमंड की हार है

मेरे नजदीक के सारे जीत गए

इकनॉमिक टाइम्स की खबर की मानें तो चुनाव परिणामों में हार के लिए मुलायम सिंह यादव लगातार अखिलेश यादव पर निशाना साधते दिखे। मुलायम ने कहा, 'मेरे निकट के सारे जीत गए।' उनका इशारा भाई शिवपाल यादव की जीत को लेकर था। बता दें कि शिवपाल यादव जसवंत नगर सीट से चुनाव जीत गए हैं।

फिर झलका दर्द

मुलायम सिंह यादव ने ये भी कहा, कि 'सपा गठबंधन की यह हार अहंकार की वजह से हुई है। कहा, 'अगर आपलोग किसी ठेलेवाले से बात करेंगे तो वह कहेगा कि उसने हर बार सपा को वोट दिया है लेकिन इस बार वह सपा को नहीं देना चाहता, क्योंकि नेताजी का अपमान हुआ है।'

आगे की स्लाइड में पढ़ें पूरी खबर ...

पीएम मोदी के बयान का किया समर्थन

मुलायम सिंह यादव, पीएम मोदी के उस बयान का भी समर्थन करते दिखे, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'जो लड़का अपने बाप का ना हुआ, वो आपका क्या होगा?’ इन बातों को कर मुलायम सिंह यादव अखिलेश पर चुटकी लेने का कोई मौका नहीं छोड़े।

यह हार-जीत विचित्र है

मुलायम सिंह यादव ने ये भी कहा कि ‘यह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बड़ी जीत है। मुझे पहले ही दिख गया था कि बीजेपी सत्ता में आ रही है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अपना वोट शेयर सुधारा है, लेकिन उसकी पकड़ कमजोर हुई है। यह हार और जीत विचित्र है।'

Tags:    

Similar News