शरद पवार से मुलाकात के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कही ये बड़ी बात

इससे पूर्व आज दिन में महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं ने भी राकांपा (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। सूत्रों ने बताया कि यहां पवार के आवास आने वालों में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख बालासाहेब थोराट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण एवं पृथ्वीराज चव्हाण शामिल थे।

Update: 2019-10-31 16:47 GMT

मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना और बीजेपी में खींचतान जारी है। पल- पल राजनीतिक समीकरण बदल रहे हैं। दोनों ही दल सरकार बनाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं।

इस बीच ताजा घटना में शिवसेना नेता संजय राउत गुरुवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने उनके निवास पर पहुंचे। संजय राउत ने बताया कि वह शरद पवार को दिवाली की शुभकामनाएं देने के लिए आए थे।

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उन्होंने यह भी कहा कि मुलाकात के दौरान दोनों के बीच महाराष्ट्र की राजनीति पर भी बातचीत हुई। शिवसेना महाराष्ट्र में 50-50 सरकार पर अड़ी हुई है, जिसे भाजपा मानने को तैयार नहीं है।

इससे पूर्व आज दिन में महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं ने भी राकांपा (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। सूत्रों ने बताया कि यहां पवार के आवास आने वालों में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख बालासाहेब थोराट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण एवं पृथ्वीराज चव्हाण शामिल थे। उनके बीच किसी तरह की बात हुई इस का अभी खुलासा नहीं हो पाया है।

उधर गुरुवार को शिवसेना की बैठक में एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद विधायक आदित्य ठाकरे कई विधायकों संग राज्यपाल से मुलाकात करने राजभवन पहुंचे थे।

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भाजपा के खाते में 105 तो शिवसेना की 56 सीटें

इस बार चुनावों में भाजपा ने 105 सीटें जीतीं जबकि शिवसेना के खाते में 56 सीटें आईं। पिछली बार की तुलना में भाजपा को 17 सीटों का नुकसान हुआ है।

दोनों दलों के बीच बढ़ते विवाद को देखते हुए एनसीपी की भूमिका बड़ी हो गई। कुछ निर्दलीय विधायकों ने भी शिवसेना को समर्थन देने की बात कही है।

शरद पवार के प्रचार के दम पर इस बार एनसीपी ने पिछली बार से ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया और 54 सीटें अपने नाम कीं। जबकि पिछली बार उसे 41 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था।

अगर शिवसेना को भाजपा से अलग रहकर सरकार बनानी है, तो उसे एनसीपी और कांग्रेस दोनों का हाथ थामना होगा।

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