BJP के इस दिग्गज नेता के काफिला पर हुआ बड़ा हमला, कई गाड़ियों को नुकसान
प्राप्त जानकारी के अनुसार बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष जिस गाड़ी में सवार थे, वह आगे निकल गई और पीछे आ रही गाड़ी हमले की चपेट में आ गई। इस घटना को लेकर प्रदेश की सियासत गरमाने लगी है।
मिदनापुर: इस वक्त की बड़ी खबर पश्चिम बंगाल से आ रही है। यहां बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर हमला हुआ है। हमला उस वक्त किया, जब वह अलीपुरद्वार जिले से गुजर रहे थे।
इस दौरान कुछ उपद्रवियों ने उनके काफिले पर पत्थर फेंके। इस घटना में कई गाड़ियों के शीशे फूट गए। हालांकि दिलीप घोष इस हमले में बाल-बाल बच गये।
उन्होंने हाल ही में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कैडर को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर वह ठीक तरीके से नहीं चलते हैं तो उन्हें अस्पताल या श्मशान जाना पड़ेगा।
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कालचिनी के विधायक विल्सन चंपामारी की गाड़ी को भी नुकसान
दिलीप घोष के काफिले में कालचिनी के विधायक विल्सन चंपामारी भी यात्रा कर रहे थे। इस दौरान हमले में उनकी गाड़ी को भी नुकसान पहुंचा है। हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि बंगाल भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर हमले के पीछे कौन है।
आज हुई हमले की इस घटना के बाद दिलीप घोष मीडिया के सामने आये और सीएम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अपने काफिले पर हमला कराने का आरोप लगाया।
उन्होंने बताया कि जब उनका काफिला अलीपुरद्वार क्षेत्र से गुजर रहा था, उस दौरान उन्हें काले झंडे दिखाए गए। गाड़ियों के ऊपर पत्थर फेंके जाने से उनके शीशे टूट गये। कई गाड़ियों को बुरी तरह नुकसान पहुंचा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष जिस गाड़ी में सवार थे, वह आगे निकल गई और पीछे आ रही गाड़ी हमले की चपेट में आ गई। इस घटना को लेकर प्रदेश की सियासत गरमाने लगी है। बता दें कि पश्चिम बंगाल के अंदर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर टीएसी द्वारा हमले करने के आरोप पहले भी लगते रहे हैं।
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ऐसा क्या कहा था दिलीप घोष ने, जिसके चलते हुई ये घटना
इस विवाद की असली जड़ दिलीप घोष द्वारा टीएमसी कार्यकर्ताओं को लेकर दिए गये एक बयान को बताया जा रहा है। दरअसल बीते दिनों दिलीप घोष ने पूर्वी मिदनापुर जिले के हल्दिया शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था, विधानसभा चुनाव राज्य पुलिस के साथ नहीं बल्कि केंद्रीय बलों की उपस्थिति में होगा। टीएमसी कार्यकर्ताओं को सुधरना होगा और लोगों को तंग करना बंद करना होगा।
यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनके हाथ, पैर और पसली टूट जाएगी और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ेगा। इसके बाद भी वे अगर अपनी आदतों से बाज नहीं आते हैं, तो उन्हें श्मशान जाना होगा।
उनके बयान के बाद, टीएमसी ने उन पर निशाना साधा था और कहा था कि पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रमुख राजनीतिक माहौल को बिगाड़ रहे हैं, जबकि इस तरह के बयानों से मालूम होता कि बीजेपी पश्चिम बंगाल में आतंक के शासन को लाने का प्रयास कर रही है।
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