कोरोना का कहर: राजस्थान सरकार का बड़ा फैसला, प्रमोट होंगे छात्र
शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को प्रमोट किया जाना चाहिए। स्कूलों को बंद करने में ही फायदा है।
जयपुर: देशभर में कोरोना पूरी तरह से फैल चुका है लोग दूसरी लहर के कहर से नहीं बच पा रहे हैं। राजस्थान(Rajasthan) में भी कोरोना से बुरा हाल है। यहां एक दिन 6 हजार से अधिक नए केस आए है जो सरकार के साथ सबके लिए चिंता का विषय है।
कोरोनावायरस (Coronavirus) के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राजस्थान सरकार (Government) ने बड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों को राहत दी है।
ये विद्यार्थी होंगे प्रमोट
बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot ) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा को स्थगित (Exam Postponed) करने का फैसला लिया है। वहीं, कक्षा 8वीं, 9वीं और 11वीं के विद्यार्थियों को प्रमोट करने का फैसला लिया है।
शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को प्रमोट किया जाना चाहिए। स्कूलों को बंद करने में ही फायदा है। टीचर्स के लिए प्लान बनाया जाना चाहिए कि कैसे उनका उपयोग किया जाए। गाइडलाइन तैयार कर ली जाए, जो जहां का रहने वाला है उसका वहीं उपयोग किया जाए। गृह जिले में ही सरकारी कर्मचारी की डयूटी तय की जाएं। सख्ती के साथ अवेयरनेस कार्यक्रम जरूरी है। फिर से जागरूकता अभियान चलाया जाए। राजस्थान बोर्ड की परीक्षाएं 6 मई से शुरू हो रही हैं। बोर्ड परीक्षाओं में इस बार 25 लाख विद्यार्थी पंजीकृत हैं।
इस समय तक स्थगित
बता दें केन्द्र सरकार फैसला लेते हुए सीबीएसई (CBSE) 10वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द किया तो वहीं 12वीं बोर्ड की परीक्षा को आगामी आदेश तक स्थगित करने का फैसला लिया तो कुछ ही घंटों के बाद राजस्थान सरकार ने भी प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों को बड़ी राहत दें दी।
इस साल प्रदेश में 10वीं बोर्ड में जहां करीब 11.50 लाख परीक्षार्थियों ने आवेदन किया है। वहीं, 12वीं कक्षा के तीन संकायों में करीब साढ़े 10 लाख परीक्षार्थियों ने आवेदन किया है। सरकार की ओर से जारी आदेश के तहत 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा फिलहाल अगले आदेश तक स्थगित रहेगी। वहीं, कोरोना की परिस्थितियों को देखकर ही आगे फैसला लिया जाएगा।