Rajasthan News: पूर्व सीएम वसुंधरा के शक्ति प्रदर्शन में शामिल हुए सीएम गहलोत को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक
Rajasthan News: राजस्थान पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के शक्ति प्रदर्शन में शामिल हुए गहलोत सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक
Rajasthan News: राजस्थान में यूं तो विधानसभा चुनाव के लिए काफी वक्त बचा है, लेकिन सियासी हलचल अभी से बढ़नी शुरू हो गई है। 2023 यानि अगले साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में बीजेपी का सबसे बड़ा चेहरा और दो बार की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया अब सक्रिय हो चुकी है। मंगलवार को अपने जन्मदिवस समारोह को शक्ति प्रदर्शन में तब्दिल कर अपनी पार्टी और विपक्ष को अपनी ताकत का एहसास करा दिय़ा। बूंदी जिले के केशवरायपाटन में आयोजित इस भव्य आयोजन में बीजेपी के 30 से अधिक विधायक, 11 सांसद के अलावा बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी शामिल हुए।
इसके अलावा कार्यक्रम में कुछ विधायक ऐसे भी शामिल हुए जो प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार के लिए खतरे के संदेश की तरह है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के कार्यक्रम में निर्दलीय विधायक सुरेश टाक, ओम प्रकाश हुड़ला और खुशवीर सिंह शामिल हुए। ये वो निर्दलीय विधायक हैं जिन्होंने कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार को अपना समर्थन दिया है।
वसुंधरा ने सीएम पद पर ठोंका दावा
केंद्र में मोदी शाह के आन के बाद राजस्थान की कद्दावर नेत्री वसुंधरा राजे सिंधिया का रिश्ता बीजेपी आलाकमान से सहज नहीं रहा है। ये जगजाहिर हो चुका है कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व राज्य में अब नेतृत्व परिवर्तन चाहता है। लेकिन वसुंधरा अपनी दावेदारी से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
आज एकबार फिर उन्होंने बड़ी रैली कर अपनी मंशा जाहिर कर दी है। कार्य़क्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने पार्टी के अंदर मौजूद विरोधी नेताओं को संदेश देते हुए कहा कि राजनीति के लिए मेहनत करनी पड़ती है। चाहे कितना ही बड़ा दिमाग हो, लेकिन दिल नहीं है तो राजनीति नहीं कर सकते। इस दौरान उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि 2023 में बीजेपी को 2003 और 2013 से भी बड़ा जनादेश मिलेगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वो एकबार फिर जनता की सेवा करना चाहते हैं।
बीजेपी के बड़े नेता कार्यक्रम से रहे दूर
अपने जन्मदिन के मौके पर बूंदी में बड़ा कार्यक्रम करने वाली वसुंधरा राजे सिंधिया के कार्य़क्रम में 30 से अधिक विधायक विधानसभा में पार्टी की बैठक छोड़कर पहुंचे थे। 71 में से 30 विधायकों की अनुपस्थिति ने बीजेपी में आंतरिक रस्साकशी को एकबार फिर सतह पर ला दिया। वसुंधरा के कार्यक्रम से प्रदेश अध्यक्ष औऱ सीएम पद के दावेदार सतीश पुनिय़ा, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह औऱ मोदी – शाह के करीबी माने जाने वाले केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दूरी बनाए रखी।