Baba Ramdev: इस्लाम और मुसलमानों पर बयान देकर फंसे स्वामी रामदेव, राजस्थान के बाड़मेर में केस दर्ज
Baba Ramdev: बाड़मेर के चौहटन थाने में इस बाबत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इस प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि स्वामी रामदेव की ओर से मुस्लिमों की धार्मिक भावनाएं भड़काने की नीयत से जानबूझकर इस तरह का बयान दिया गया है।
Baba Ramdev: मुस्लिमों और इस्लाम के संबंध में बयान देने के बाद योग गुरु स्वामी रामदेव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। राजस्थान के बाड़मेर जिले में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान स्वामी रामदेव ने मुस्लिम और ईसाई धर्म के संबंध में विवादित बयान दिया था। अब इस बयान को लेकर स्वामी रामदेव के खिलाफ बाड़मेर थाने में केस दर्ज हो गया है।
बाड़मेर के चौहटन थाने में इस बाबत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इस प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि स्वामी रामदेव की ओर से मुस्लिमों की धार्मिक भावनाएं भड़काने की नीयत से जानबूझकर इस तरह का बयान दिया गया है।
योग गुरु ने दिया था विवादित बयान
योग गुरु स्वामी रामदेव गत 2 फरवरी को एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए बाड़मेर पहुंचे थे। इस दौरान मुस्लिमों को लेकर उन्होंने ऐसा बयान दिया था जो मीडिया में सुर्खियां बन गया। धार्मिक कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान स्वामी रामदेव ने कहा था कि मुसलमानों के लिए इस्लाम का मतलब सिर्फ नमाज पढ़ने से है। पांचों वक्त की नमाज पढ़ने के बाद मुस्लिम कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र है। चाहे वह आतंकवादी बने, चाहे हिंदुओं की लड़कियों को उठाए और चाहे तो अपराधी बने।
इस्लाम का मतलब है कि वह नमाज पढ़ने के बाद कुछ भी कर सकता है। मुस्लिम समाज के बहुत से लोग ऐसा करते हैं मगर नमाज जरूर पढ़ते हैं। मुस्लिमों को लगता है कि इससे उन्हें जन्नत मिलेगी। मुस्लिमों के साथ ही स्वामी रामदेव ने ईसाई धर्म को लेकर भी विवादित बयान दिया था। स्वामी रामदेव का कहना था कि ईसाई धर्म के लोग चर्च में जाकर मोमबत्तियां जलाते हैं और उन्हें लगता है कि उनके सारे पाप मोमबत्ती जलाने से धुल गए।
रामदेव पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप
स्वामी रामदेव के इस बयान को लेकर खासा विवाद पैदा हो गया है और देश भर में उनके बयान पर तीखा विरोध जताया जा रहा है। अब इस मामले को लेकर स्वामी रामदेव के खिलाफ केस भी दर्ज हो गया है। राजस्थान के बाड़मेर जिले के चौहटन थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी पर में स्वामी रामदेव पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया गया है।
चौहटन निवासी पठाई खान ने स्वामी रामदेव के खिलाफ केस दर्ज कराया है। इस प्राथमिकी में कहा गया है कि स्वामी रामदेव की ओर से इस्लाम धर्म और उसे मानने वाले लोगों के खिलाफ जानबूझकर इस तरह का बयान दिया गया है। इसके पीछे स्वामी रामदेव का मकसद इस्लाम धर्म और उसके अनुयायियों के प्रति अन्य धर्मों के लोगों के मन में शत्रुता और वैमनस्य का भाव पैदा करना है।
समाज में शत्रुता बढ़ाने की कोशिश
स्वामी रामदेव के खिलाफ दर्ज कराए गए केस में यह भी आरोप लगाया गया है कि इस तरह का बयान देकर स्वामी रामदेव ने समाज के विभिन्न वर्गों के बीच शत्रुता बढ़ाने और सौहार्द का माहौल खत्म करने का प्रयास किया है। उनके बयान से भाईचारे और सद्भावना का माहौल खत्म हुआ है। इसके साथ ही स्वामी रामदेव पर मुस्लिमों के संबंध में ओछी टिप्पणियां करके इस्लाम धर्म का अपमान करने का बड़ा आरोप भी लगाया गया है। प्राथमिकी में कहा गया है कि स्वामी रामदेव इसके पहले भी कई बार धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले बयान दे चुके हैं। स्वामी रामदेव के बयान को लेकर मुस्लिम समाज की ओर से लगातार तीखा विरोध जताया जा रहा है।