Rajasthan: भरतपुर में मंदिर के पुजारी को जान से मारने की धमकी, कहा- कन्हैयालाल जैसा होगा हश्र

Rajasthan: ताजा मामला भरतपुर जिले का है। जहां के एक पुजारी को एक ऐसा ही धमकी भरा पत्र प्राप्त हुआ है। पत्र में पुजारी को 10 दिन में मारने की धमकी दी गई है।

Update: 2022-07-15 09:11 GMT

भरतपुर में पुजारी को मारने की धमकी: photo - social media

Bharatpur: उदयपुर और अमरावती हत्याकांड (amravati massacre) से दहल उठे राजस्थान में धमकियों का सिलसिला जारी है। प्रदेश के कई हिस्सों से लगातार ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि उन्हें तालिबानी स्टाइल में मौत के घाट उतारने की धमकी दी जा रही है। ताजा मामला भरतपुर जिले का है। जहां के एक पुजारी को एक ऐसा ही धमकी भरा पत्र प्राप्त हुआ है। पत्र में पुजारी को 10 दिन में मारने की धमकी (threatened to kill the priest) दी गई है।

जानकारी के मुताबिक ये घटना आज यानी शुक्रवार सुबह पांच बजे की है। शहर के मथुरा गेट थाना इलाके (Mathura Gate Police Station Area) में एमएसजे कॉलेज के हनुमान मंदिर के पुजारी ताराचंद शर्मा पूजा अर्चना के बाद मंदिर में बैठे थे, तभी उनका ध्यान दीवार पर चिपके एक पत्र पर पड़ा, जिसमें उन्हें टेलर कन्हैयायलाल की तरह 10 दिन में मौत के घाट उतारने की धमकी दी गई थी। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी।

एबीवीपी ने बदमाशों की गिरफ्तारी की मांग की

मामले सामने आने के बाद बवाल हो गया है। बीजेपी की छात्र ईकाई एबीवीपी ने इस मामले को लेकर कड़ा विरोध जताया है। परिषद के कार्यकर्ताओं ने एमएसजे कॉलेज की तालाबंदी कर दी और पत्र चिपकाने वालों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। वहीं धमकी भरा पत्र मिलने के बाद मथुरा गेट थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है। पुलिस ने लेटर को अपने कब्जे में ले लिया है और जांच शुरू कर दी है।

भरतपुर में दो और लोगों को मिल चुकी है धमकी

भरतपुर में जान से मारने की धमकी देने की ये कोई पहली घटना नहीं है। उदयपुर हत्यकांड के बाद बीते 6-7 जुलाई के दरम्यान दो लोगों को अलग – अलग खत भेजकर अगले 10 दिन में सिर तन से जुदा करने की धमकी दी गई थी। पुलिस ने तुरंत प्रभाव से दोनों व्यक्तियों के घरों पर सुरक्षा के लिए सिपाही की तैनाती कर दी है। जिन दो लोगों को धमकी दी गई है उनका नाम सतीश चंद्र खंडेलवाल और प्रमोद मास्टर है। हालांकि, पुलिस की जांच में सामने आया था कि दोनों में से किसे ने भी नूपुर के समर्थन में कभी कोई पोस्ट नहीं किया था।

बता दें कि 28 जून को उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की दो मुस्लिम अतिवादियों ने निर्मम हत्या कर दी थी। इसके कुछ दिनों बाद अमरावती का भी एक मामला सामने आया था, जहां 21 जून को एक केमिस्ट उमेश कोल्हे की मुस्लिम कट्टरपंथियों ने गला काट कर हत्या कर दी थी। इसके बाद से कई लोगों ने शिकायत की है कि उन्हें भी नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया (social media) पर पोस्ट करने पर धमकियां मिल रही है।

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