अगली चैम्पियंस ट्रॉफी में आप इन्हें करेंगे मिस, तब तक सानिया के शौहर कर लेंगे टाटा
लंदन : चैम्पियंस ट्रॉफी अपने अंतिम पड़ाव पर है, इस समय भारत और पाकिस्तान फाइनल की जंग में आमने सामने है। दोनों ही टीमें आपस में कोई मैच नहीं खेलती सिर्फ आईसीसी के टूर्नामेंट में ही ये आमने सामने होते हैं। वर्तमान टीम इंडिया में कई खिलाड़ी ऐसे हैं, जो अंतिम बार चैम्पियंस ट्रॉफी में नजर आ रहे हैं। ये अलग बात होगी, कि ये अपने दम ख़म के चलते अगले टूर्नामेंट में नजर आ जाए लेकिन ऐसा संभव नजर नहीं आता।
फिलहाल देखते हैं जो अपने अंतिम चैम्पियंस ट्रॉफी का मैच खेल रहे हैं।
युवराज सिंह: युवी ने बांग्लादेश के खिलाफ अपना 300वां वनडे खेला, वो इस समय उम्र के उस पड़ाव पर हैं, जहां वो से सिर्फ अगला विश्वकप ही नजर आता है। युवराज 2002 से चैम्पियंस ट्रॉफी खेलते आ रहे हैं। जानलेवा कैंसर से जूझने के बाद उन्होंने शानदार वापसी की। 2011 का विश्व कप और 2007 का टी-20 वर्ल्ड उनकी वजह से इंडियन फैन हमेशा याद रखने वाले हैं।
महेंद्र सिंह धोनी: पूर्व भारतीय कप्तान जिन्होंने सौरव गांगुली के बाद टीम को लड़ने और जीतने की आदत डाली, पिछले कई वर्षों से लगातार क्रिकेट में अपना शत प्रतिशत देते आ रहे हैं। भारत ने 2013 की चैम्पियंस ट्रॉफी धोनी के नेतृत्व में जीती थी। धोनी भी सिर्फ 2019 का विश्व कप खेलने के लिए ही इंतजार कर रहे हैं।
शोएब मलिक: मलिक अपनी क्रिकेट के अधिक टेनिस सनसनी सानिया मिर्जा के शौहर के नाम से अधिक जाने जाते हैं। पाकिस्तान का यह हरफनमौला खिलाड़ी 18 साल से क्रिकेट खेल रहा है। क्रिकेट में इनका करियर काफी डावांडोल रहा है। चैम्पियंस ट्रॉफी में भी प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। मलिक कभी भी टीम में अपना प्रभाव नहीं जमा सके, जब ये क्रीज पर होते हैं। तो इनसे 20 या 30 रन की ही उम्मीद करती है टीम, फिलहाल इनकी भी चला चली की बेला है।
मोहम्मद हाफिज: पिछले कई वर्षों से पाकिस्तानी टीम इनके कंधे पर सवार है, ये उस विश्वास पर कई बार खरे भी उतरे हैं। लेकिन 36 साल के हाफिज अब मैदान में थके नजर आते हैं, उम्मीद कम ही है कि ये अगली चैम्पियंस ट्रॉफी में नजर आएं। हाफिज भी 2019 विश्वकप के बाद संन्यास की सोच रहे हैं। इनपर गलत बॉलिंग एक्शन के चलते बैन भी लग चुका है।